Rajasthan: चूरू के मुख्य बाजार में ज्वेलर्स की दुकान से 2 करोड़ 70 लाख की चोरी हो गई थी. चोरों ने 17 लाख नकदी, 1.5 किलो सोना और 2 क्विंटल चांदी के बर्तन पर हाथ साफ किया था. यह चोरी यूपी की बैटरी गैंग ने की थी. अहम बात यह कि पुलिस ने नकाबपोशों का AI से फोटो बनवाकर गिरोह को पकड़ा. आरोपियों में भागीरथ , यादराम, निवासी औरैया (यूपी) और अजय सिंह निवासी झोटवाड़ा हैं. दो आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं.
गिरोह ने बंगाल में 4 किलो सोना चुराया था
चूरू SP जय यादव ने बताया कि इसी गिरोह ने बंगाल में भी 4 किलो सोना चुराया था. पुलिस ने एआई से कार के नंबर और नकाब में छिपे चेहरों की फोटो बनवाई. इन फोटो की 200 से भी अधिक तस्वीरों से सिक्वेंसिंग कराई. इसके बाद आरोपी गिरफ्तार में आए. गिरोह के सदस्यों ने 30 नवंबर की रात ज्वेलर्स छगनलाल सोनी की दुकान से 1 किलो सोना, 200 किलो चांदी और 17 लाख रुपए नकद चोरी किए थे.
एक हजार CCTV कैमरे खंगाले
छगनलाल ने 1 दिसंबर को रतनगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया था. 30 पुलिस के जवानों ने रतनगढ़, राजलदेसर, परसनेऊ, बीदासर, जसवंतगढ़ बाईपास और लाडनूं के करीब 1000 CCTV कैमरे खंगाले. एक फुटेज में दिखी संदिग्ध गाड़ी दिखी. यहीं से आरोपियों का सुराग लगा. टीम को लीड कर रहे राजगढ़ के एएसपी निश्चय प्रसाद एम ने बताया कि आरोपियों ने चेहरों पर नकाब लगा रखा था. फिंगर प्रिंट ना आए, इसलिए हाथों में दस्ताने पहने थे. कार पर भी फर्जी नंबर प्लेट थी. इस मामले को खोलने के लिए दूसरे राज्यों की पुलिस से भी मदद ली गई.
मुंह पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहने थे बदमाश
पुलिस कप्तान जय यादव ने बताया कि वारदात के समय आरोपियों ने मुंह पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहनकर शातिर तरीके से चोरी की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें गाड़ी के नंबर भी फर्जी थे, इसलिए आरोपियों का पता लगाना पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज था.
AI तकनीक से चेहरे और संदिग्ध लोगों की पहचान की गई
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने मुंह पर मास्क और दस्ताने होने के कारण नई AI तकनीक से चेहरे और संदिग्ध लोगों की पहचान की गई. वारदात से जुड़े मिले सीसीटीवी फुटेज में कार के नंबर धुंधले नजर आ रहे थे. नंबरों की सही पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज एटीएस और एसओजी को वीडियो भेजे गए थे. एटीएस और एसओजी भी नंबरों की पहचान करने में कामयाब नहीं हुई तो कार के नंबरों की पहचान के लिए एआई टेक्नोलॉजी की मदद ली गई, जिससे चोरों की कार के नंबर की पहचान हुई.
तीन आरोपियों का किया गिरफ्तार
थानाधिकारी दिलीप सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार की लोकेशन ली. पुलिस को कार के कुचामन शहर में प्रवेश की जानकारी मिली. गाड़ी कुचामन की आशियाना कॉलोनी में होने की जानकारी मिली. पुलिस ने यूपी निवासी भगीरथ बावरी, अजय सिंह बावरी और यादराम बावरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल किया. मामले में शामिल अन्य दो आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही अर्टिगा गाड़ी को भी जब्त कर लिया है.
ऐसे दिया था घटना को अंजाम
चूरू एसपी जय यादव ने कहा कि छगनलाल सोनी की उतरादा बाजार में आरबी एंज संस के नाम से ज्वेलरी शॉप है. 30 नवंबर की देर रात अज्ञात चोर कार में सवार होकर आए और दुकान के पीछे एक खाली पड़े प्लाट से दुकान की छत पर आ गए और सीढ़ियों का दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए. जानकारी के मुताबिक, करीब 3 करोड़ रुपए के सोने-चांदी के आभूषणों लूट ले गए. दुकान मलिक ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि 17 लाख नकद, 1.5 किलो सोना और 2 क्विंटल चांदी के बर्तन चोर ले गए चोरी किए गए सामान की कुल कीमत 2 करोड़ 70 लाख रुपए आंकी जा रही है. वहीं पुलिस अब इस मामले में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.
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