Jaisalmer News: देश के पश्चिमी सरहद पर बसे जैसलमेर को अंतिम जिले के बजाय सरकार प्रथम जिला कह कर पुकार रही है. लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में यह अब भी अंतिम सा ही है. जिले में इस साल आए रिजल्ट में 12वीं कक्षा कला वर्ग में 5023 विद्यार्थी पास हुए है, लेकिन अब उन्हें कॉलेज में एडमिशन को लेकर संघर्ष करना पड़ेगा. क्योंकि जिले के 11 महाविद्यालयों में मिलाकर कला वर्ग के विद्यार्थियों के लिए केवल 2500 सीट उपलब्ध है यानी स्टूडेट्स सीट के दुगुने से भी अधिक है.
50 प्रतिशत के करीब स्टूडेंटस एडमिशन से रह जाएंगे वंचित
5023 विधार्थियों पर अगर 2500 सीटें होगी तो ऐसे में 50 प्रतिशत के करीब विद्यार्थी कॉलेज एडमिशन से वंचित रह जाएंगे. हालांकि ,पहले सीट इससे भी कम थी. लेकिन उच्च शिक्षा विभाग के जरिए कॉलेज में 20 प्रतिशत सीटों की बढ़ोतरी करने के बावजूद आधे स्टूडेंट कॉलेज में प्रवेश नहीं ले पाएंगे. जैसलमेर में यह सिर्फ इसी साल की समस्या नहीं है. हर साल ऐसे ही हजारों स्टूडेंट कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाते हैं. इसके बावजूद सरकार के जरिए कॉलेज में सीटों को स्थाई रूप से बढ़ाने को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हालांकि पूर्व में जैसलमेर में सिर्फ तीन कॉलेज ही थे. विद्यार्थियों के लिए पोकरण, एसबीके और एमएल सांवल कॉलेज में ही प्रवेश लेना पड़ता था.अब जैसलमेर में 2, पोकरण में 2, रामगढ़, मोहनगढ़, फतेहगढ़, नाचना, सांकड़ा, भणियाणा और फलसूंड में भी कॉलेज खुलने से राहत मिली है.
सीट बढ़ाने को लेकर शिक्षा मंत्री से की चर्चा
इस विषय के बारें में जैसलमेर से तीसरी बार विधायक चुने गए छोटू सिंह भाटी ने कहा कि यह विषय कुछ दिन पहले ही उनके संज्ञान में लाया गया था, जिसके बाद उन्होंने शिक्षा मंत्री से सीट बढ़ाने को लेकर वार्ता की थी. वही इन कॉलेजों में व्याख्याताओं की कमी को पूर्ण करने के विषय में भी चर्चा हुई है. वही इस मुद्दे को हम असेंबली में भी उठाएंगे.
कॉलेज का नाम | विज्ञान | वाणिज्य | कला |
एसबीके | 176 | 100 | 400 |
मिश्रीलाल (गर्ल्स) | 88 | 100 | 300 |
पोकरण कॉलेज | 176 | 100 | 200 |
पोकरण गर्ल्स | 176 | 200 | |
भणियाणा | 200 | ||
सांकड़ा | 200 | ||
मोहनगढ़ | 200 | ||
रामगढ़ | 200 | ||
फतेहगढ | 200 | ||
नाचना | 200 | ||
फलसूंड | 200 | ||
कुल | 616 | 300 | 2500 |