अजमेर दरगाह-संकट मोचन महादेव विवाद में नया मोड़, कोर्ट में नई अर्जी दाखिल

राजस्थान के अजमेर में दरगाह बनाम संकट मोचन महादेव विवाद में नया मोड़ आया है. विष्णु गुप्ता ने कोर्ट में अर्जी दायर कर विवादित स्थल को सील करने और सीसीटीवी लगाने की मांग की, ताकि साक्ष्य सुरक्षित रहें. 

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अजमेर दरगाह विवाद में आया नया मोड.

Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर जिले में एक बार फिर से दरगाह बनाम संकट मोचन महादेव मामले में एक नया मोड़ आ गया है. जहां विष्णु गुप्ता ने मनमोहन चंदेल की अदालत में एक नई अर्जी दायर की है. इस अर्जी में उन्होंने विवादित क्षेत्र को तुरंत सील करने और वहां सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की है. गुप्ता का कहना है कि इस क्षेत्र में हो रही गतिविधियों से महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट हो सकते हैं, जिससे मामले की जांच प्रभावित हो सकती है.

दरगाह कमेटी पर साक्ष्य मिटाने का गंभीर आरोप

विष्णु गुप्ता ने अपनी अर्जी में दरगाह कमेटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका दावा है कि कमेटी निर्माण और मरम्मत के नाम पर विवादित स्थल पर साक्ष्य मिटाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने अदालत से मांग की है कि निष्पक्ष जांच के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं. गुप्ता ने चेतावनी दी कि अगर स्थल को जल्द सील नहीं किया गया, तो साक्ष्य नष्ट होने से विवाद और उलझ सकता है. उनकी इस मांग ने मामले को और संवेदनशील बना दिया है.

17 अक्टूबर को होगी अगली सुनवाई

इस मामले की अगली सुनवाई 17 अक्टूबर 2025 को मनमोहन चंदेल की अदालत में होगी. दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलीलें पेश करेंगे. अदालत के फैसले पर सभी की नजरें टिकी हैं. इस अर्जी ने एक बार फिर इस विवाद को चर्चा का केंद्र बना दिया है. लोग उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं कि क्या अदालत स्थल को सील करने का आदेश देगी.

प्रशासन सतर्क, तनाव रोकने की कोशिश

इस विवाद को लेकर प्रशासन और पुलिस पूरी तरह सतर्क हैं. किसी भी तरह के तनाव या अव्यवस्था को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. यह मामला धार्मिक और सामाजिक रूप से संवेदनशील होने के कारण लोगों में कभी भी झड़प हो सकती है.

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