Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर जिले में नसीराबाद के करीब गोठियाना गांव में शुक्रवार शाम एक दुखद माहौल में भारतीय नौसेना के जवान सरदार बैरवा का अंतिम संस्कार हुआ. सड़क हादसे में उनकी मौत से पूरा गांव सदमे में है. सरदार की शादी 30 नवंबर को होनी थी लेकिन इससे पहले ही यह हादसा हो गया. हजारों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए जमा हुए और आंसू बहाते रहे. परिवार के सदस्य तो रो-रोकर बेहाल हो गए.
हादसे ने छीन ली जवान की जिंदगी
गुरुवार रात छोटा लांबा गांव के पास एक सड़क दुर्घटना में सरदार बैरवा की जान चली गई. उनकी पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटकर नौसेना के विशेष वाहन से गांव लाया गया. रास्ते में लोगों ने फूल बरसाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. गांव पहुंचते ही मातम फैल गया और हर तरफ सन्नाटा छा गया. सरदार की मौत की खबर से आसपास के इलाकों में भी शोक की लहर दौड़ गई. लोग लगातार अंतिम संस्कार स्थल पर पहुंचते रहे.
सैन्य सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर
अंतिम संस्कार गोठियाना गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय भीलों की ढाणी के पास हुआ. यहां भारतीय नौसेना और थल सेना के जवानों ने पूरे सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया. नौसेना के अधिकारी मुकेश ठोलिया और थल सेना के जसविंदर सिंह समेत कई सैनिक मौजूद थे.
स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी बड़ी संख्या में आए. सभी ने पार्थिव देह पर फूल चढ़ाकर नमन किया. इस दौरान पूरा क्षेत्र सैनिक सम्मान की आवाजों से गूंज उठा.
जनप्रतिनिधियों ने जताया शोक
श्रद्धांजलि देने के लिए विधायक विकास चौधरी और सरपंच पुखराज कलवार पहुंचे. बोराड़ा थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद अरांई थाना प्रभारी छोटू लाल मीणा और वार्ड पंच प्रतिनिधि ताज मोहम्मद भी शामिल हुए.
उन्होंने कहा कि सरदार की मौत से देश ने एक बहादुर सिपाही खो दिया. यह क्षति कभी पूरी नहीं हो सकती. आसपास के गांवों से हजारों ग्रामीण नम आंखों से पहुंचे और अपने लाल को अंतिम विदाई दी.
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