अजमेर का जलसंकट होगा दूर, स्पीकर देवनानी की पहल पर 17 साल बाद फॉयसागर झील से शुरू हुई जलापूर्ति

अजमेर का जलसंकट अब दूर होगा. क्योंकि 17 साल बाद फॉयसागर झील से अजमेर में जलापूर्ति शुरू हो गई है. इससे हजारों घरों में पानी की आपूर्ति होगी. स्पीकर वासुदेव देवनानी की पहल पर बुधवार को जलापूर्ति सेवा शुरू हुई.

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फॉयसागर झील का निरीक्षण करते स्पीकर वासुदेव देवनानी.

भीषण गर्मी के कारण राजस्थान के कई शहरों में बिजली और जल संकट गहराने लगा है. इससे निपटने के लिए राजस्थान की भजनलाल सरकार ताबड़तोड़ काम कर रही है. इसी बीच अजमेर के जलसंकट को दूर करने की दिशा बुधवार को एक बड़ा काम हुआ. दरअसल 17 साल बाद अजमेर को फॉयसागर झील से पानी मिलना शुरू हो गया है. राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की पहल पर फॉयसागर झील से जलापूर्ति शुरू हुई है. इसे अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के निर्देशों के तहत जलदाय विभाग ने 17 साल बाद फॉयसागर झील से जलापूर्ति शुरू कर दी. झील से प्रतिदिन 3 एमएलडी पानी मिलेगा. इससे हजारों घरों में जलापूर्ति सुधरेगी. इसके साथ ही बीसलपुर योजना से भी अजमेर को 2.2 टीएमसी अतिरिक्त पानी दिए जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है. बीसलपुर से अजमेर तक दूसरी स्टील पाइप लाइन डाले जाने के प्रयास भी प्रारंभ हो गए हैं.

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बुधवार को फॉयसागर रोड स्थित फिल्टर प्लांट पर झील से जलापूर्ति, फिल्टरेशन और वितरण व्यवस्था का निरीक्षण किया. इस दौरान देवनानी ने बताया कि अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में लम्बे समय से पेजयल की समस्या बनी हुई थी. हमने आमजन से वादा किया था कि सरकार बनते ही पेयजल व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया जाएगा. अजमेर उत्तर को पेयजल की दृष्टि से विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की कवायद शुरू की जाएगी. इसके पहले कदम के रूप में फॉयसागर झील को वैकल्पिक जलस्त्रोत के रूप में काम लिया जा रहा है.

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17 साल बाद पानी, रिकॉर्ड दो महीने में काम पूरा

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने बताया कि पहले फॉयसागर से पानी लिया जाता था लेकिन पिछले 17 सालों में यह व्यवस्था बंद हो गई. जलदाय विभाग को निर्देश दिए गए. राज्य सरकार से करीब एक करोड़ रूपए का बजट स्वीकृत कराया गया. इंजीनियर्स ने पांच महीने का समय मांगा लेकिन गर्मी को देखते हुए समय से पहले काम पूरा करने को कहा. अजमेर जलदाय विभाग की टीम ने 24 घण्टे काम कर रिकॉर्ड 2 महीने में जलापूर्ति शुरू कर दी. 

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बड़ी योजना पर कार्य शुरू

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि वर्तमान में बीसलपुर से अजमेर को 5 टीएमसी प्रतिदिन पानी मिल रहा है. इसे 2.2 टीएमसी  ओर बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, विभाग के मंत्री और सचिव से वार्ता की गई इस पर जल्द ही सकारात्मक निर्णय होगा.     

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विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि बीसलपुर से अजमेर आने वाली सीमेंट की पाइपलाइन और पम्पिंग स्टेशन की मियाद वर्ष 2021 में समाप्त हो गई थी. इसके समाधान हेतु देवनानी के निर्देश पर पीएचईडी के अधिकारियों द्वारा बीसलपुर से अजमेर तक दूसरी स्टील पाइप लाइन डाले जाने के प्रस्ताव भी तैयार किए गये हैं. इसी तरह जल जीवन मिशन, अमृत द्वितीय फेज और अन्य योजनाओं के तहत भी शहर को पेयजल के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा. ई.आर.सी.पी. योजना का फायदा भी अजमेर को दिलाने के प्रयास किए जाएंगे.

3 एमएलडी रोजाना पानी, हजारों घरों को फायदा

फॉयसागर से रोजाना 3 एमएलडी पानी लिया जाएगा. झील में अभी 26 फीट पानी है. इस पानी से फॉयसागर रोड फिल्टर प्लांट से जुड़े हजारों घरों को आपूर्ति होगी. इसके साथ ही बीसलपुर का जो पानी बचेगा, उसे शहर के दूसरे हिस्सों में वितरित किया जाएगा.             

देवनानी खुद ने चखकर गुणवत्ता जांची

देवनानी ने आमजन से अपील की कि पानी को व्यर्थ न बहाएं, जरूरत के हिसाब से ही खर्च करें. उन्होंने कहा कि हमने जो वादा किया था, उस पर काम शुरू हो गया है. निरीक्षण के दौरान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फॉयसागर से आने वाले  पानी की प्रतिदिन निश्चित अन्तराल में जांच करवाकर ही पेयजल आपूर्ति का वितरण किया जायेगा. विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित मीडिया कर्मियों के समकक्ष पानी को स्वयं चखा.

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