नशा खुद का ही नहीं, खुद से जुड़े परिवार को भी बर्बाद कर जाता है। ऐसा ही एक वाक्या प्रदेश के अनूपगढ़ जिले में हुआ, जहां नशे के कारण सोनू नामक एक जवान युवक की मौत हो गयी, जिससे वृद्धाश्रम में रह रहे उसके पिता की आखिरी उम्मीद भी टूट गई. बीती रात मृतक ने नशे का इंजेक्शन लगाते ही बेहोश हो गया और फिर बाद में उसकी मौत हो गई.
वृद्धाश्रम में रहता है बूढ़ा बाप
मृतक सोनू अनूपगढ़ की कुम्हार धर्मशाला नशे का इंजेक्शन लगाया और जैसे ही सीरिंज बाहर निकालते ही वह अचेत हो गया. सोनू को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक सोनू सब्जी की रेहड़ी पर मजदूरी करता था. करीब 4 साल पहले उसकी मां की मौत हुई, जिसके बाद से वह नशा करने लगा.
नशे के लिए युवक ने बेच दिया मकान
मृतक सोनू ने नशे के लत के चलते रुपयों की तंगी होने लगी तो उसने अपना लाखों का मकान मात्र दो लाख में बेच दिया. घर बिक जाने के बाद बूढ़े बाप को वृधाश्रम जाना पड़ा. इसके बाद सोनू कभी अपनी विवाहित बहन के घर तो कभी शहर में किसी जगह पर रात गुजारता था.
बूढ़े बाप की ख़त्म हुई आखिरी उम्मीद
मृतक सोनू की मां और एक भाई की मौत के बाद सोनू के नशे में डूब जाने से उसके पिता बुरी तरह टूट चुके थे, लेकिन वृद्धाश्रम में रह रहे बूढ़े बाप को उम्मीद थी कि कभी तो उसका बेटा नशे के दलदल से बाहर निकलेगा और वह फिर से अपने बेटे के साथ अपने जीवन के अंतिम दिन गुजारेंगे. लेकिन जब बूढ़े बाप को उसके जवान बेटे की मौत का समाचार मिला तो वह खुद को संभाल नहीं पाया बहन ने बताया कि मृतक कई समय से नशे की दलदल में था.
स्थानीय लोगों में नशे के खिलाफ गुस्सा
स्थानीय लोगो में नशे के बढ़ते प्रचलन के प्रति गुस्सा जाहिर किया. पार्षद परमजीत कौर ने बताया कि क्षेत्र में नशा बहुत बढ़ गया है, कई बार नशे पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन से मांग की गई है. इस तरह नशे का सेवन कर नौजवनों की मौत एक बहुत बड़ी घटना है. उन्होंने कहा, नशे को रोकने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए.