Rajasthan News: सूरजगढ़ में सेना के जवान नंदू सिंह का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी के बजाय एंबुलेंस से पहुंचा. ग्रामीण भड़क गए और सीकर लोहारू मार्ग पर जाम लगा दिया. ग्रामीणों ने तिरंगा रैली के साथ सेना की गाड़ी में नंदू सिंह का पार्थिव शरीर ले जाने की मांग की. नंदू सिंह लेह-लदाख में आयुद्ध डिपो में तैनात थे. ड्यूटी के दौरान बम फटने से उनका निधन हो गया. ग्रामीणों ने जवान नंदू सिंह को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की.
बम फटने से घायल हो गए थे नंदू
नंदू सिंह सूरजगढ़ के स्यालू कलां गांव के रहने वाले थे. वे लेह लद्दाख में आर्मी के गोला-बारूद डिपो (एफएडी-41) में ट्रेड्समैन के पद पर थे. 08 मई को डिपो में ड्यूटी के समय एक बम फटने से नंदूसिंह घायल हो गए. उन्हें पहले लेह-लद्दाख के ही आर्मी अस्पताल ले जाया गया. हालत गंभीर होने पर उन्हें चंडीगढ़ PGI रेफर कर दिया गया. सोमवार को इलाज के दौरान नंदू सिंह का निधन हो गया.
मां-पिता को नहीं दी गई थी जानकारी
नंदू सिंह के परिचितों को मौत की जानकारी दे दी गई थी, लेकिन उनके माता-पिता को जानकारी नहीं दी गई. नंदू सिंह की मौत की सूचना पर गांव में शोक की लहर फैल गई.
नहीं रहा मिलनसार नंदू
नंदू सिंह ने 30 मार्च 2023 को ही इस पद पर नियुक्ति मिली थी. एक महीने पहले ही वे गांव आकर गए थे. नंदू सिंह मिलनसार थे. गांव में कई दोस्त थे. वह उनसे बात करता रहता था. नंदू सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी. उनके दोस्त नंदू सिंह को याद करके भावुक हो गए.
मुख्यमंत्री ने जताया दुःख
नंदू सिंह के निधन की सूचना पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने दुख जताया. उन्होंने अपने शोक संदेश में लिखा, "लद्दाख में मां भारती की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए झुंझुनूं के सूरजगढ़ के समीप रामरख की ढाणी के लाल, सेना के जवान श्री नंदू सिंह शेखावत जी की शहादत पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि. प्रभु श्री राम जी से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों को संबल प्रदान करें. ॐ शांति. लद्दाख में माँ भारती की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए झुंझुनूं के सूरजगढ़ के समीप रामरख की ढाणी के लाल, सेना के जवान श्री नंदूसिंह शेखावत जी की शहादत पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि."
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