Rajasthan Politics:' जो भी करना है, करें' राजस्थान में पेपर लीक पर अशोक गहलोत का भजनलाल सरकार पर फिर से वार

पेपर लीक को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि वर्तमान सरकार जानबूझकर इस मामले को लंबा खींच रही है. ताकि पूर्व की सरकार पर यह आरोप लगता रहे जबकि आपको जो भी करना है, वह करें.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
अशोक गहलोत (फाइल फोटो)

Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को जोधपुर पहुंचे. इस दौरान जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा कि भजनलाल सरकार पर कई सवाल खड़े किए. पूर्व सीएम ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा किए गए फैसलों को ही वर्तमान सरकार बदल रही है. ना जाने उनके मन में क्या है? निरस्त किए गए जिलों को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में और भी जिलों की आवश्यकता थी, लेकिन इन्होंने जानबूझकर जिलों को समाप्त कर दिया. हमारे समय में जब मैं स्कूलों में गया तो छोटे-छोटे बच्चे अंग्रेजी बोल रहे थे, लेकिन इन्होंने उनको भी अंग्रेजी शिक्षा से वंचित कर दिया.

पेपर लीक को लेकर सरकार पर निशाना

अशोक गहलोत ने पेपर लीक पर बात करते हुए कहा कि देश भर में 70 जगह पर पेपर लीक हुए थे. ऐसे मामले में केंद्र सरकार को राज्य सरकारों के साथ मिलकर इस पर ठोस नीति बनानी चाहिए. लेकिन वर्तमान सरकार जानबूझकर इस मामले को लंबा खींच रही है. ताकि पूर्व की सरकार पर यह आरोप लगता रहे.

Advertisement
पूर्व सीएम ने पेपर लीक के मुद्दें पर कहा कि सरकार जानबूझकर इसे लंबा खींच रही है. सरकार को जो भी करना है, वह करें. इसमें गिरफ्तार करना है, निरस्त करना है, कुछ तो डिसीजन प्रदेश सरकार को लेना चाहिए. 

गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी हमला

गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत को नसीहत देते हुए कहा कि वह हमारे घर के मंत्री हैं. उन्हें जोधपुर का ख्याल रखना चाहिए और टूरिज्म के वह मंत्री है तो इस पर उन्हें राजस्थान में टूरिज्म इंडस्ट्री पर कुछ कहना चाहिए. शेखावत को ये प्रयास करना चाहिए कि राजस्थान सरकार ने जो टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा दिया है, उसे अब अन्य राज्यों से भी यह मांग करें कि यहां पर भी टूरिज्म का इंडस्ट्री का दर्जा दिया जाए.

Advertisement

इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार ने चिरंजीवी योजना को कम कर दिया. राज्य में कंफ्यूजन चल रहा है कि योजना है भी नहीं, जबकि 25 लाख का बीमा हमने किया था. 88 प्रतिशत का कवरेज राजस्थान की जनता का कवरेज इस बीमा योजना के तहत किया गया था.

Advertisement

पचपदरा में रिफाइनरी को लेकर कहा कि यह प्रोजेक्ट डॉक्टर मनमोहन सिंह की बहुत बड़ी देन है.  HPCL भी आगे आई थी. 5 साल तक इन्होंने 40000 करोड़ रुपए की योजना को बंद करके रखा. जो बाद में 70 से 80 हजार करोड़ रुपए की हो गई. कि वहां कहीं उद्योग खुलते. उन्होंने प्रदेश सरकार से आह्वान किया कि जल्द से जल्द रिफाइनरी का उद्घाटन किया जाना चाहिए. जो पेट्रो केमिकल के लिए जगह चिन्हित की गई है. वहां युवाओं को मौका देना चाहिए.

यह भी पढ़ें- ओम बिरला के OSD राजीव दत्ता बने राजस्थान कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष, बोले- महिला पहलवानों के लिए तैयार किया रोड मैप