गहलोत ने भजनलाल को क्यों याद दिलाया घोषणा पत्र के पेज संख्या 42 का वादा, कहा- रोक दीजिए नीलामी

राजस्थान के हनुमानगढ़ में किसानों की जमीन की नीलामी के विज्ञापन पर अशोक गहलोत ने भजनलाल शर्मा को उनकी सरकार के बिल और घोषणा पत्र के वादे को याद दिलाया है.

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Ashok Gehlot vs Bhajanlal Sharma: राजस्थान में हनुमान गढ़ में किसानों की जमीन की नीलामी का एक विज्ञापन सामने आया है. जिसके बाद अशोक गहलोत ने 'मोदी की गारंटी' और सीएम भजनलाल शर्मा को घेरा है. गहलोत ने कहा कि यह विज्ञापन 'मोदी की गारंटी' की सच्चाई को उजागर कर रहे हैं. उन्होंने सीएम भजनलाल शर्मा को राजस्थान में अपने घोषणा पत्र के पेज संख्या 42 पर किये वादे को याद दिलाया है.

अशोक गहलोत ने कहा कि विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र के पेज संख्या 42 पर किसानों की जमीन नीलामी रोकना सुनिश्चित करने की बात कही थी. लेकिन अब राजस्थान में किसानों की जमीन नीलामी की जा रही है.

अशोक गहलोत ने किसानों की जमीन नीलामी पर सीएम को घेरा

अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट डालकर कहा कि किसान विरोधी बीजेपी सरकार ने झूठे वादे कर सरकार बना ली, इन्हें किसानों की कोई परवाह नहीं है. हमारी सरकार ने कृषि ऋण राहत आयोग बनाया था पर नई सरकार ने उसे भी क्रियाशील नहीं किया है. उन्होंने कहा कि 'मैं सीएम से कहना चाहता हूं कि अविलम्ब आदेश देकर किसानों की भूमि की नीलामी को रोककर किसानों को राहत दी जाए. साथ ही आगे नीलामी न हो इसके लिए पुख्ता इंतजाम करें.

केंद्र ने रोक रखा है नीलामी के खिलाफ बिल का अनुमोदन

अशोक गहलोत ने बताया कि नवंबर 2020 में हमारी सरकार ने विधानसभा से बिल पास कर प्रावधान किया था कि किसानों की 5 एकड़ कृषि भूमि नीलाम नहीं होगी. राज्यपाल महोदय ने यह बिल केन्द्र सरकार से अनुमोदन के लिए भेज दिया था, लेकिन अभी तक इसे केन्द्र सरकार से अनुमोदन नहीं मिला है. इसी वजह से 20 जनवरी 2022 को हमारी सरकार ने प्रशासनिक आदेश के माध्यम से उस समय कुछ बैंकों द्वारा शुरू की गई कृषि भूमि नीलामी पर रोक लगाई थी.

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उन्होंने सीएम भजनलाल से कहा, नवंबर 2020 को विधानसभा में पारित हुए बिल का अविलंब केन्द्र सरकार से अनुमोदन करवाना चाहिए जिससे किसानों को राहत मिल सके.

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अशोक गहलोत ने एक पोस्ट में लिखा है, लोकसभा चुनाव में बने माहौल को देखकर लग रहा है कि अब जनता खुद NDA के खिलाफ चुनाव लड़ रही है. भले ही दुनिया के सबसे बड़े साम्राज्य ब्रिटेन का शासन रहा हो, भारत की जनता ने कभी भी तानाशाही और अहंकार को पसंद नहीं किया और उसके खिलाफ हमेशा उठ खड़ी हुई. चुनावों के दौरान राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू, तेलंगाना, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में मैंने यह माहौल महसूस किया है.

मुझे यह खुशी है कि NDA सरकार के खिलाफ इस माहौल की शुरुआत राजस्थान से हुई जहां पहले चरण में ही जनता ने सबक सिखाने की शुरुआत की। हर चरण के साथ भाजपा एवं NDA की स्थिति खराब हुई है. यदि भाजपा 200 सीटों से भी नीचे रह जाए तो देश को कोई आश्चचर्य नहीं होगा.

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बहरहाल यह मामला हनुमानगढ़ में किसानों की जमीन की नीलामी से मामला जुड़ा है. जहां जिले में इसे लेकर एक विज्ञापन छापा गया है. जिस पर अशोक गहलोत ने सरकार को घेरा है.

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