Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot statement) ने प्रदेश की सरकार को लेकर बयान दिया, जिसके बाद राजस्थान की सियासत गरमा गई. BJP के कई बड़े नेताओं ने गहलोत के बयान पर पलटवार किया है. इस मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने भी पलटवार किया है. सीएम भजनलाल ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान पूरे पांच साल 'सर्कस' किया. गहलोत कई बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अनुभवी भी हैं, इसलिए उन्हें कोई भी बयान देने से पहले आत्मचिंतन करना चाहिए. क्योंकि वे जो मुद्दे अब उठा रहे हैं उन पर वे काम कर सकते थे.
CM भजनलाल ने किया पलटवार
सीएम भजनलाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि 'अशोक गहलोत ने पूरे 5 साल सर्कस ही किया है. कभी होटल में, कभी ऐसे ही. इसलिए अब उनको सर्कस ही दिखता है. मैं कहना चाहता हूं कि आजकल वह 'X' पर बहुत बातें लिख रहे हैं. मैं उनको याद दिलाना चाहता हूं कि 10 महीने पीछे चले जाएं और अपनी उन बातों को भी याद करें.'
अशोक गहलोत ने क्या कहा था?
अशोक गहलोत ने रविवार को जोधपुर में मीडिया से बातचीत में कहा था कि राज्य में सरकार नहीं बल्कि सर्कस चल रही है, जहां एक मंत्री इस्तीफा दे रहा है और कोई उसे मनाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से विफल है.
राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत पर किया पलटवार
इस मामले में बीजेपी के नेता राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने भी पलटवार किया. राठौड़ ने गहलोत ने कहा कि 'अशोक गहलोत के समय की सरकार के जोकर पेपर लीक मामले में पकड़े जा रहे हैं. कांग्रेस के सरकार के दौरान ब्यूरोक्रेसी ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार के रंग में रंगी हुई थी. आज उसी को ठीक करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल लगे हुए हैं.'
अशोक गहलोत को जोगाराम ने दिया जवाब
अशोक गहलोत के बयान पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल में पलटवार किया. जोगाराम पटेल ने कहा कि 'पेपर लीक के दोषियों पर कार्रवाई, रोजगार, महिला सुरक्षा, किसानों को सम्मान, जल उपलब्धता के लिए मजबूत फैसले और बिजली में आत्मनिर्भर की ओर बढ़ते कदम और 90 हजार नियुक्तियों का कैबिनेट फैसला देखकर अशोक गहलोत की नींद उड़ गई है. उन्होंने कहा कि गहलोत की बातों को सुनकर एक कहावत याद आ रही है, खुद मियां फजीहत औरों को नसीहत.'
खुद के अंदर झांकना चाहिए: शेखावत
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'उनके बयानों से उनकी हताशा ही झलकती है. राजनीतिक टिप्पणी करने से पहले सभी को अपने अंदर झांकना चाहिए. उनके 5 साल के कार्यकाल में किस तरह के हालात थे? उस समय राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार कई गुना बढ़ गए थे.'
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