अशोक गहलोत ने जोधपुर के अधूरे काम को लेकर लिखा सीएम का पत्र, कहा- आप ही जनता को समर्पित करें

गहलोत ने आग्रह किया है कि जोधपुर में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू किए गए जनकल्याण से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा कराया जाए और जो तैयार हैं, उनका उद्घाटन कर सेवा में लाया जाए.

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Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर जोधपुर के अधूरे विकास कार्यों को लेकर गंभीर चिंता जताई है. विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सरदारपुरा विधायक के रूप में चार दिन के प्रवास पर जोधपुर पहुंचे गहलोत ने दौरे के बाद जयपुर लौटकर यह पत्र लिखा है. गहलोत ने आग्रह किया है कि जोधपुर में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू किए गए जनकल्याण से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा कराया जाए और जो तैयार हैं, उनका उद्घाटन कर सेवा में लाया जाए.

गहलोत ने पत्र में लिखा है कि सरकारें जब निरंतरता और दूर दृष्टि के साथ काम करती हैं तभी जनता का लोकतंत्र में विश्वास और गहरा होता है. उन्होंने कहा कि वह किसी राजनीतिक तुलना की मंशा से नहीं बल्कि जनहित के आग्रह के तहत यह पत्र लिख रहे हैं.

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गहलोत ने किया सात अहम योजनाओं का जिक्र

पत्र में गहलोत ने कुल सात अहम योजनाओं का जिक्र करते हुए उनकी वर्तमान स्थिति और अड़चनों की जानकारी दी है. खासतौर पर स्टेट स्पोर्ट्स आवासीय सेंटर एयरफोर्स स्टेशन के पास करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बना यह केंद्र लगभग तैयार है. कोर्ट, ट्रैक पूरी तरह उपयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन स्वीमिंग पूल और इंडोर हॉल का काम बचा है. हॉस्टल का हैंडओवर भी नहीं हुआ है. चैनपुरा स्टेडियम निर्माण कार्य अधूरा है और ट्रैक जैसी सुविधाएं उपयोग न होने से खराब हो रही हैं. गुणवत्ता को लेकर भी शिकायतें मिली हैं.

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सुमेर लाइब्रेरी भवन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन बजट स्वीकृति नहीं होने से संचालन शुरू नहीं हो पाया. मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी 500 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में भवन निर्माण की गति बेहद धीमी है. कुलसचिव का कार्यालय अब भी तीन कमरों से चल रहा है.

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राजकीय आयुर्वेद नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र (मगरा पूंजला) ऑडिटोरियम पर 7 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन फिनिशिंग नहीं हुई. सूचना केंद्र और मिनी ऑडिटोरियम भी उपयोग में नहीं हैं.एमडीएम अस्पताल में 81 करोड़ की देनदारी के कारण जरूरी उपकरणों की आपूर्ति रुकी है. अन्य जिला अस्पतालों में डॉक्टरों के पद खाली हैं और उपकरणों की आपूर्ति में विलंब है.

अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री से कहा है कि आप इन कार्यों को पूरा कर उद्घाटन कीजिए, यह आपकी सरकार के नाम ही जाएगा. लेकिन इससे लाभ जनता को मिलेगा.

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