Lion Safari in Udaipur: पर्यटन के लिहाज से राजस्थान पूरी दुनिया में मशहूर है. यहां के राज-रजवाड़ों की गौरवशाली परंपरा, पुराने किले और संस्कृति को देखने के लिए बड़ी संख्या में देश-विदेश से लोग हर साल पहुंचते हैं. इसके अलावा टाइगर सफारी के भी बड़ी संख्या में लोग राजस्थान पहुंचते हैं. अब राजस्थान की टूरिज्म इंडस्ट्री को और आगे बढ़ाने पर काम चल रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार को उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एशियाटिक लॉयन का जोड़ा लाया गया है. जो जल्द उदयपुर में शुरू होने वाले लॉयन सफारी में दिखेगा.
गुजरात के जूनागढ़ स्थित शंकरबाग चिड़ियाघर से लाया गया
दरअसल उदयपुर में आने वाले पर्यटक यहां पर अधिक से अधिक समय कैसे बिताएं, साथ ही शहरवासियों में वन्य जीवों के प्रति जागरूकता कैसे बढ़े, इसके लिए वन विभाग के एक्सचेंज प्रोगाम के तहत एशियाटिक लॉयन के एक जोड़े को उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लाया गया हैं. इस लॉयन जोडे को गुजरात के जूनागढ़ स्थित शंकरबाग चिड़ियाघर से लाया गया है. नर लॉयन का नाम सम्राट और मादा का नाम सुनयना है.
टूरिस्ट के लिए रोमांचक होगा लॉयन सफारी
डीएफओ डीके तिवारी ने बताया कि इस जोड़े को करीब 21 दिन तक क्वारंटीन में रखा जाएगा. नर लायन सम्राट 3 साल 7 महीने का और मादा लायन सुनयना 3 साल की है. दोनों को आने वाले समय में सज्जनगढ़ में बनने वाली लॉयन सफारी में भी देखा जाएगा. तिवारी ने यह भी कहा एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वन्य जीव को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाने से इनकी संख्या में भी बढ़ोतरी होगी. साथ ही बायॅलोजिकल पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए लॉयन सफारी एक रोमांच भरा नजारा होगा.
डॉक्टर ने बताया- लॉयन जोड़ा पूरी तरह से फिट
वैटनरी डॉक्टर डॉ. हिंमाशु व्यास ने बताया कि इस जोडे को यहां पर लाने के बाद इनकी जांच की गई. जबकि वहां से रवाना होने से पहले चिकित्सकों ने वहां पर भी जांच की. यह जोडा पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं. हांलाकि साढे पांच सौ किलोमीटर से अधिक का सफर तय करने के बाद यहां पर पहुंचने पर इस जोडे ने खाना खाया हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों परिपक्व होने के साथ ही दोंनो पूरी तरह से जवान और फिट हैं. आने वाले दिनों में और भी कुनबा बढ़ता हुआ दिखाई देगा.
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