राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने लिया हिस्सा, कहा- भारत में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण

वासुदेव देवनानी ने सम्मेलन में कहा कि भारत और विशेषकर राजस्थान में महिलाएँ सुरक्षित हैं. भारत में केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री की महिला सुरक्षा की योजनाएँ प्रभावी वातावरण बना रही हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
सिडनी में राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ को संबोधित करते हुए वासुदेव देवनानी.

Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बुधवार को सिडनी (आस्ट्रेलिया) में आयोजित राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ के 67वें सम्मेलन में भाग लिया. देवनानी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और राजस्थान में महिलाएं सुरक्षित हैं. भारत और राजस्थान में महिलाओं की सुदृढता के लिये अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं. केन्द्र और राजस्थान राज्य की सरकार महिलाओं के प्रति सभी प्रकार के भेदभाव और हिंसा को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है.

भारत में लिंग भेदभाव समाप्त

विधानसभा अध्यक्ष ने भेदभावपूर्ण कानून का मुकाबला-लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 365 की सक्रियता, संसदीय प्रक्रियाओं और परम्पराओं में कृत्रिम बु‌द्धिमता के उपयोग अवसर और चुनौतियां और बैंचमाकिंग, मानक और दिशानिर्देश- सर्वोत्तम परम्पराओं को अपनाने के माध्यम से संसद को मजबूत बनाने के विषयो पर सम्मेलन को संबोधित किया.

देवनानी ने कहा कि भारत में प्रभावी कानून और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा केन्द्र और राज्यों में महिलाओं की सुदृढ़ता के लिए चलाई जा रही योजनाओं से लिंग आधारित हिंसा को खत्म करने और भेदभाव का मुकाबला करने के साथ महिलाओं की सुरक्षा के लिए सम्पूर्ण राष्ट्र में नया वातावरण बना है.

सिडनी (आस्ट्रेलिया) में आयोजित राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ के 67वें सम्मेलन में शामिल हुए वासुदेव देवनानी. 

महिलाओं को योजनाओं को मिल रहा लाभ

आगे देवनानी ने कहा कि भारत में केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री की महिला सुरक्षा की योजनाएँ प्रभावी वातावरण बना रही हैं. इन योजनाओं से महिलाएं लाभावित हो रही है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, नारी शक्ति वंदन योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, मिशन शक्ति योजना, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना, की सिलाई मशीन योजना,

महिला शक्ति केंद्र योजना, सुकन्या समृ‌द्धि योजना और महिला समृ‌द्धि जैसी अनेक योजनाओं से भारत में महिलाएँ मजबूत और सुरक्षित हुई है. इन योजनाओं के बेहतर परिणाम समाज के सामने आ रहे है. ऐसी प्रभावशाली योजनाएँ लिंग आधारित भेदभाव और हिंसा को रोकने में सफल हुई है.

Advertisement

यह भी पढ़ें- Rajasthan Jobs: राजस्थान में 15 लाख लोगों की नौकरी पर खतरा, सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की अर्जेंट अपील