Ayodhya Ram Mandir: 'भगवान राम इन्हें कभी माफ नहीं करेंगे...', अशोक गहलोत के इस बयान से गरमाई सियासत

राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत गुरुवार को कांग्रेस के 139वें स्थापना समारोह कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नागपुर में थे. इसी दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए ये बयान दिया है.

Advertisement
Read Time: 15 mins

Ashok Gehlot News: अयोध्या में अगले महीने 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी तैयारियां पुरजोर तरीके से चल रही हैं. इस बीच सियासत भी जारी है. गुरुवार को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर भगवान राम को राजनीति से जोड़ने का आरोप लगाया.

'वो कामयाब भी हो रहे हैं'

अशोक गहलोत ने कहा, 'राम मंदिर चुनाव जीतने का जुमला है. सुप्रीम कोर्ट का निर्णय लागू हो रहा है. हम सब राम के भक्त हैं. सारा देश राम का भक्त है, लेकिन इन्होंने राम के नाम को भी राजनीति से जोड़ दिया. राम का इस्तेमाल वोट लेने के लिए किया जा रहा है और वो इसमें कामयाब भी हो रहे हैं.'

Advertisement

'राम इन्हें माफ नहीं करेंगे'

गहलोत ने आगे कहा, 'हजारों करोड़ों रुपये लगा कर मार्केटिंग की जा रही है. भगवान राम इन्हें कभी माफ नहीं करेंगे.' नागपुर में कांग्रेस के 138 साल पूरे होने पर हुए 'तैयार हैं हम' कार्यक्रम में शामिल होने नागपुर गए गहलोत ने कहा कि, हमारी नीतियां और सिद्धांत काफी पुराने हैं और हम इन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करते रहेंगे.

Advertisement
Advertisement

'देश में चल रही है विचारधाराओं की लड़ाई' 

इस दौरान राहुल गांधी ने 'हैं तैयार हम' रैली में अपने संबोधन में विश्वास जताया कि सबसे पुरानी पार्टी महाराष्ट्र और पूरे देश में चुनाव जीतेगी. गांधी ने कहा, 'यह विचारधाराओं की लड़ाई है. हम मिलकर महाराष्ट्र और देश में चुनाव जीतने जा रहे हैं.' कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन के दौरान इस बात का भी जिक्र किया कि देश में दो विपरीत विचारधाराओं के बीच टकराव चल रहा है. राहुल ने कहा 'देश में विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है. लोग सोचते हैं कि ये राजनीतिक लड़ाई है, सत्ता की लड़ाई है और वो भी है, लेकिन इस लड़ाई की बुनियाद विचारधारा है. दो विचारधाराएं हैं. (देश माई) विचारधारा की लड़ाई चल रही है, लोगों को लगता है राजनीति लड़ी है, सत्ता की लड़ाई है, वो है, मगर इस लड़ाई की नीव जो है वो विचारधारा है, दो विचारधारा है'.

यह भी पढ़ें- रामलला की नई मूर्ति पर आज होगी वोटिंग! चंपत राय ने बताया कैसे होगा सर्वश्रेष्ठ डिजाइन का चयन