Rajasthan News: अयोध्या के राम मंदिर में भगवान श्रीराम की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज सोमवार को बीकानेर पहुंचे. महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में मूर्तिकार योगीराज का स्वागत किया गया. इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) मनोज दीक्षित और अतिरिक्त रजिस्ट्रार डॉ. बिट्ठल बिस्सा मौजूद रहे. अब मंगलवार को अरुण योगीराज को महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी जाएगी. राज्यपाल हरिभाऊ बागडे मूर्तिकार योगीराज को मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित करेंगे.
बीकानेर पहुंचे राज्यपाल बागडे
इसके लिए सोमवार को ही राज्यपाल बागडे दो दिवसीय दौरे पर बीकानेर पहुंच गए. एयरपोर्ट पर एमजीएसयू के वीसी डॉ. मनोज दीक्षित, सम्भागीय आयुक्त डॉ. रवि सुरपुर, आईजी ओमप्रकाश, ज़िला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और एसपी कावेन्द्र सिंह सागर ने स्वागत किया. इसके बाद वह जस्सूसर गेट के अन्दर स्थित श्री नरसिंह जसवंत मोहता भवन के लिए राज्यपाल रवाना हो गए.
अरुण योगीराज होंगे सम्मानित
वह कल सुबह राजुवास के दीक्षान्त समारोह में हिस्सा लेंगे. फिर दोपहर में एमजीएसयू द्वारा आयोजित समारोह में रामलला की मूर्ति के शिल्पकार अरुण योगीराज को मानद डॉक्टरेट से सम्मानित करेंगे. डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित होने से पहले अरुण योगिराज ने एनडीटीवी से ख़ास बातचीत करते हुए कहा कि रामलला की मूर्ति तो भगवान श्रीराम की प्रेरणा से ही बनी है. मैं तो सिर्फ़ एक माध्यम हूँ.
'श्रीराम की कृपा से मूर्ति हुई तैयार'
उन्होंने कहा कि श्रीराम का आशीर्वाद हर पल मेरे साथ रहा और मूर्ति अपने आप आकार लेती गई. मूर्ति निर्माण में तक़रीबन ढाई महीने का समय लगा, लेकिन भगवान श्रीराम की कृपा के रहते समय का पता ही नहीं चला और मूर्ति तैयार हो गई. अरुण योगिराज ने अपने मूर्ति निर्माण के दिनों के तमाम एहसास और पलों को एनडीटीवी के साथ साझा किया.
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