आदिवासियों के धर्मांतरण पर बाबूलाल खराड़ी का बयान, कहा- 'आरक्षण लाभ न मिले होगी डी लिस्टिंग'

आदिवासियों के धर्मांतरण और बच्चे बेचने को लेकर विधायक बाबूलाल खराड़ी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के बाद वह आदिवासी नहीं रह जाते.

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Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है. सत्र के दौरान कुछ गंभीर मुद्दे सामने आए हैं. जिसमें आदिवासियों को लेकर काफी चर्चाएं हुई है. सत्र में आदिवासियों के धर्मांतरण और बच्चे बेचने के मुद्दे को उठाया गया. हालांकि, आदिवासियों के बच्चे बेचने को लेकर सदन में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि माता-पिता खुद बच्चे को बेच रहे हैं तो इसमें क्या कहा जाए. हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि इसके लिए समाज को भी तैयार होना होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रशासन भी ऐसे गैंग को लेकर सक्रिय है.

वहीं आदिवासियों के धर्मांतरण और बच्चे बेचने को लेकर विधायक बाबूलाल खराड़ी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के बाद वह आदिवासी नहीं रह जाते और उन्हें ST का फायदा भी नहीं मिलता है.

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आदिवासियों के आरक्षण लाभ की होगी डी लिस्टिंग

बाबूलाल खराड़ी रविवार (14 जुलाई) को डूंगरपुर जिले के दौरे के लिए पहुंचे थे. बाबूलाल खराड़ी ने यहां कई मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने अधिकारियों के सा थ बैठक की. जबकि उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बिना किसी राजनैतिक दबाव के ईमानदारी से जिम्मेदारी निर्वहन करने के निर्देश दिए. वहीं उन्होंने आदिवासियों के धर्मांतरण और बच्चे बेचने को लेकर भी चर्चा की.

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उन्होंने कहा, धर्मांतरण एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है. धर्मांतरण के बाद वह आदिवासी नहीं रहता है. ऐसे में उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिले, इसके लिए डी लिस्टिंग करेंगे.

बाबूलाल खड़ारी ने कहा कि आदिवासी धर्मांतरण क्यों कर रहे हैं यह भी सोचना होगा. शिक्षा, रोजगार और चिकित्सा के नाम पर गरीब आदिवासियों को गुमराह करके धर्मांतरण करवाया जा रहा है. धर्मांतरण के बाद वह एसटी नहीं रहते और वह एसटी आरक्षण समेत दूसरे फायदे के हकदार नहीं हैं. इस वजह से डी लिस्टिंग के प्रयास किये जा रहे हैं. 

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बच्चे बेचने की घटना पूर्ववर्ती सरकार में हुई

बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में बच्चे बेचने की घटना पूर्ववर्ती सरकार के समय की घटना है. जिसे लेकर मैंने ही विधानसभा में सवाल उठाया था. इसके लिए गैंग सक्रिय है जो माता पिता को बरगलाकर बच्चों को ले जाते है. ऐसी हरकतों से लोग बच्चे पैदा करते रहेंगे और वे लोग खरीदकर ले जाएंगे. लेकिन भाजपा सरकार ऐसा नहीं होने देगी और बच्चों की खरीद फरोख्त करने वालो पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कांग्रेस विधायक ने लगाया था आरोप

बता दें, विधानसभा में कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने आदिवासी बच्चे बेचने के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि आदिवासी क्षेत्र में बच्चों की खरीद-फरोख्त हो रही है. और इसके लिए दलाल सक्रिय हैं. वह लोग गर्भ में पल रहे बच्चे का भी सौदा कर रहे हैं. जबकि यह सारा खेल मंत्री जी के विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है. इसके बावजूद पुलिस और अधिकारी चुप्पी साधे हैं.

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