जोर शोर से हो रही ईद-उल-अजहा की तैयारी, बकरों की कीमत पहुंची 80 हजार; अलर्ट मोड पर प्रशासन

Bakrid 2025: त्योहार के दौरान शांति बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट हैं. मुख्य बाजारों और ईदगाह के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Eid-ul-Azha 2025: देशभर के साथ राजस्थान में भी 7 जून को ईद-उल-अजहा का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा. मुख्य ईदगाह में सुबह 7 बजे सामूहिक नमाज होगी, जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे. इस खास मौके को यादगार बनाने के लिए लोग अपने परिवार के साथ तैयारियों में जुटे हैं. ईद से पहले बकरा मंडियों में खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है. सुबह से लोग अपने पसंदीदा बकरे खरीदने पहुंच रहे हैं. इस बार बकरों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखी गई है.

इस बार सामान्य बकरे 20 हजार से 60 हजार रुपये तक बिक रहे हैं, जबकि अजमेरिया, पटियाला और जोधपुरी जैसे खास नस्ल के बकरे 80 हजार रुपये तक के दाम पर बिके. खरीदार अब बकरे का वजन ही नहीं, उनकी सुंदरता, नस्ल और चाल-ढाल को भी देखकर कीमत तय कर रहे हैं. मंडियों में खरीदारी का उत्साह चरम पर है.

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प्रशासन की कड़ी व्यवस्था

त्योहार के दौरान शांति बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट हैं. मुख्य बाजारों और ईदगाह के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस बल तैनात किया गया है और यातायात को सुचारू रखने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं. प्रशासन का लक्ष्य है कि त्योहार में किसी तरह की कोई परेशानी न हो.

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बकरों के निर्यात पर विवाद

जयपुर से पहली बार 9350 बकरे खाड़ी देशों में एयर कार्गो से भेजे गए हैं. इस पर पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कड़ा ऐतराज जताया है. उन्होंने इसे संस्कृति के खिलाफ बताया और कहा कि जीव हत्या हमारी परंपराओं में स्वीकार्य नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभी बकराईद पर कुर्बानी रोकने की कोई योजना नहीं है. मंत्री ने केंद्र सरकार से इस मामले में दिशा-निर्देश मांगे हैं.

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