Rajasthan: डमी कैंडिडेट की मदद से सरकारी नौकरी पाने वाले 4 शिक्षक बर्खास्त, अब तक 12 आरोपियों पर गिरी गाज

Rajasthan Dummy Candidate: एग्जाम में डमी कैंडिडेट बैठाकर सरकारी नौकरी पाने वाले इन चार फर्जी शिक्षकों,  एक ग्राम विकास अधिकारी सहित अब तक 12 आरोपी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.

Rajasthan News: राजस्थान में डमी कैंडिडेट की मदद से सरकारी नौकरी पाने वाले आरोपियों पर अब गाज गिरने लगी है. राजस्थान सरकार इस दिशा में कड़े एक्शन लेते हुए ऐसे कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर रही है. हाल ही बांसवाड़ा जिले से भी ऐसी ही खबर सामने आई है, जहां डमी अभ्यर्थी बैठाकर राजकीय सेवा में चयनित होने वाले 4 शिक्षकों को जिला प्रमुख रेशम मालवीया की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला परिषद की स्थापना कमेटी की बैठक के बाद बर्खास्त कर दिया गया है. 

अब तक 12 अधकारियों पर हुई कार्रवाई

इन फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में मामला हुआ है और पुलिस अधीक्षक से दुराचरण की रिपोर्ट मिलने पर जिला परिषद की जिला स्थापना समिति ने सोमवार को बर्खास्त करने का फैसला लिया है. इन चार फर्जी शिक्षकों,  एक ग्राम विकास अधिकारी सहित अब तक 12 आरोपी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है. इससे पहले भी एक ग्राम विकास अधिकारी और सात शिक्षकों को राजकीय सेवा से बर्खास्त किया गया था. जिला परिषद की स्थापना कमेटी की बैठक में राजस्थान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा 2022 भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाकर चयन कराने को लेकर पुलिस थानों में दर्ज मामलों को लेकर विचार-विमर्श किया गया.

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इन 4 सरकारी शिक्षकों की हुई बर्खास्तगी

पुलिस थानों में दर्ज मामलों में पुलिस की ओर से दुराचरण संबंधी रिपोर्ट प्राप्त होने पर चार शिक्षकों नरेश कटारा लेवल 2, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सातसेरा, रमेश चंद्र अड़ लेवल 2, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पाटन, राजेंद्र कुमार लेवल 1,  राजकीय प्राथमिक विद्यालय दर्रा और दीपक कुमार लेवल 1, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कजवाली को सेवा से बर्खास्त किया गया है.

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करीब 20 आरोपी शिक्षक रडार पर हैं

गौरतलब है कि इससे पूर्व भी जिला परिषद स्थापना कमेटी की बैठक में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में 15 दिन पहले ग्राम विकास अधिकारी सकनसिंह खडिय़ा, तृतीय श्रेणी अध्यापक बादर गरासिया, महेशचंद्र पटेल, अनूप डोडियार, महेंद्रसिंह, गीता देवदा, खातुराम और सविता डोडियार को बर्खास्त किया गया था. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वीसी गर्ग ने बताया कि करीब बीस से अधिक ऐसे फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले आरोपी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है.

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