Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में एक नाबालिग छात्रा के साथ हुए गैंगरेप और गंभीर चोट पहुंचाने के मामले ने राज्य की सियासत में हलचल पैदा कर दी है. इस घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार पर तीखा हमला बोला है. मंगलवार दोपहर जूली ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है, और महिलाओं तथा बच्चियों के खिलाफ हो रहे अपराधों पर चुप्पी साधे हुए है.
'सत्ता में आने के बाद चुप्पी साध ली'
टीकाराम जूली ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जब बीजेपी विपक्ष में थी तो इन्होंने नहीं सहेगा राजस्थान का नारा दिया था. आज इनको सत्ता में आए दो साल हो चुके हैं, लेकिन अब इन्होंने चुप्पी साध ली है. बांसवाड़ा में गैंगरेप के बाद एक बच्ची के प्राइवेट पार्ट में बोतल फोड़ दी गई है. उसे गंभीर चोटें आई हैं और सर्जरी तक करनी पड़ी है. फिर भी सरकार चुप क्यों है? जब राजधानी जयपुर तक में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो अन्य जिलों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है.'
केंद्र के सर्वे का हवाला देकर हमला
जूली ने अपने आरोपों को और मजबूती देने के लिए भारत सरकार की एक एजेंसी के सर्वे का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि इस सर्वे में सुरक्षा के मामले में जयपुर को 25वीं रैंक मिली है. यह दर्शाता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति कितनी खराब है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अपराधों पर कोई मॉनिटरिंग नहीं हो रही है और न ही सरकार इस पर कोई जवाब देना चाहती है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएगा और सरकार को जवाब देना होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की अनदेखी के कारण बजरी, सूद, भू-माफिया और खनन माफिया जैसे आपराधिक तत्व पनप रहे हैं.
बांसवाड़ा गैंगरेप की दर्दनाक कहानी
बांसवाड़ा के घाटोल में एक नाबालिग छात्रा के साथ हुए इस जघन्य अपराध ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. घटना करीब 10 दिन पुरानी है. बताया जाता है कि स्कूल से लौटते समय पीड़िता गंभीर रूप से जख्मी हालत में मिली थी. उसे पहले महात्मा गांधी अस्पताल, बांसवाड़ा ले जाया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए उदयपुर के महाराणा भूपाल (MB) अस्पताल रेफर कर दिया गया. पीड़िता का इलाज अभी भी चल रहा है. उदयपुर में होश में आने के बाद पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में पूरे मामले की जानकारी दी. उसकी मां की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने अपहरण, गैंगरेप और पोक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है.
FIR में विरोधाभास ने उलझाई गुत्थी
इस मामले में एक पेचीदा मोड़ तब आया जब घाटोल पुलिस द्वारा दर्ज की गई शुरुआती एफआईआर और बाद में आईजी को दी गई रिपोर्ट में विरोधाभास पाया गया. एसपी सुधीर जोशी के मुताबिक, पीड़िता की मां ने पहले पुलिस को दी गई रिपोर्ट में इसे दुर्घटना बताया था और एक ही आरोपी का जिक्र किया था, जबकि बाद में आईजी को दिए परिवाद में दो आरोपियों द्वारा गैंगरेप की बात कही गई. इस मामले में एक नाबालिग आरोपी को हिरासत में लिया है और दूसरे फरार आरोपी की तलाश की जा रही है.
पीड़िता का इलाज कर रहे डॉक्टर्स ने क्या कहा?उदयपुर के अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि जब पीड़िता को लाया गया था, तो उसकी स्थिति गंभीर थी और उसका ऑपरेशन करना पड़ा था. हालांकि, अब उसकी हालत में सुधार है, लेकिन घावों को ठीक होने में समय लगेगा.
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