बांसवाड़ा में तेंदुए का आतंक, बकरी समेत कई पालतू जानवरों को बनाया शिकार

बीते कुछ दिनों में क्षेत्र में मवेशियों पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं. वन विभाग का मानना है कि हमला करने वाला तेंदुआ पास के जंगल से भटककर गांव में आ गया होगा.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखंड मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर गलापाड़ा गांव में लेपर्ड (तेंदुए) ने हमला कर दहशत फैला दी. यह हमला पूर्व जिला प्रमुख के मकान के पास बने पशुघर पर हुआ, जिसमें छह बकरियां, एक बकरा और दो मुर्गे मारे गए. रेशम डामोर ने बताया कि उनके मकान के पास बनी एक खुली जगह में पशुओं को रखने के लिए एक हॉल बना हुआ है. वहां हलचल की आवाज सुनकर जब उन्होंने और उनके बेटे कमलेश डामोर ने बाहर जाकर देखा तो पाया कि दरवाजा टूटा हुआ था और अंदर सभी जानवर मरे पड़े थे. मृत पशुओं के गले और पीठ पर गहरे पंजों और दांतों के निशान थे, जिससे उनकी मौत की पुष्टि हुई.

जंगल से भटका तेंदुआ!

गौरतलब है कि गलापाड़ा गांव के आसपास का इलाका जंगल से घिरा हुआ है और यहां पहले भी कई बार तेंदुए की मौजूदगी देखी जा चुकी है. बीते कुछ दिनों में क्षेत्र में मवेशियों पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं. वन विभाग का मानना है कि हमला करने वाला तेंदुआ पास के जंगल से भटककर गांव में आ गया होगा.

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शहरी क्षेत्र भी खतरे में

केवल ग्रामीण ही नहीं, बांसवाड़ा शहर में भी लेपर्ड की गतिविधियां सामने आ चुकी हैं. हाल ही में वाडिया कॉलोनी में एक लेपर्ड का शावक देखा गया था. जयपुर रोड स्थित सर्किट हाउस के सामने दीवार पर भी तेंदुआ देखा गया था. श्यामपुरा के जंगल में लेपर्ड का पूरा परिवार होने की भी पुष्टि की गई है.

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मृतक पशुओं का हुआ पोस्टमार्टम

घटना की जानकारी पर जनप्रतिनिधि, वन विभाग, राजस्व विभाग, और पशु चिकित्सा विभाग को दी गई. मौके पर पहुंचे पटवारी कपिल कुमार ने मौका पर्चा तैयार किया, वहीं पशु चिकित्सक ने मृत पशुओं का पोस्टमार्टम किया. वनपाल अनीता कटारा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह लेपर्ड के हमले का ही मामला प्रतीत होता है.

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