Rajasthan News: भारत आदिवासी पार्टी (BAP) अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) की तर्ज पर अपना नया गठबंधन (New Alliance) बनाएगी. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत (Mohanlal Roat) ने शनिवार को जयपुर (Jaipur) में इसका ऐलान करते हुए सबको चौंका दिया है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए षड़यंत्र रचने के आरोप भी लगाए हैं, जिसके बाद राजस्थान में सियासी बवाल होना तय माना जा रहा है, क्योंकि राजकुमार रोत (Rajkumar Roat) ने कुछ दिन पहले ही इंडिया गठबंधन का साथ देने की बात कही थी.
कांग्रेस पर षडयंत्र रचने का आरोप
मोहनलाल रोत ने मीडिया को संबोधित करते हुए जयपुर में कहा, 'कांग्रेस ने हमारे खिलाफ षड्यंत्र किया है. हमें बांसवाड़ा-डूंगरपुर तक रोकने की कोशिश की गई है. उदयपुर-चित्तौड़गढ़ में कार्यकर्ताओं को निराश किया गया है. इसीलिए हमने फैसला किया है कि हम इंडिया और एनडीए की तर्ज पर नया एलायंस बनाएंगे.' मोहनलाल का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत का भाजपा और कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात का सिलसिला नए सियासी संकेत दे रहा है. कुछ दिन पहले ही उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर इंडिया गठबंधन में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वे स्वतंत्र रहेंगे मगर इंडिया के साथ मिलकर सत्ता का विरोध करते रहेंगे.
'स्वदेशी राजनीतिक गठबंधन' होगा नाम
भारत आदिवासी पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए इसकी पुष्टि की है. इसमें पोस्ट में लिखा है कि, 'भारत आदिवासी पार्टी की स्थापित नीति "राष्ट्रव्यापी स्वतंत्र आदिवासी राजनीतिक राह" बनाने की है. देश भर में आदिवासियों द्वारा रजिस्ट्रेशन किए जा चुके राजनीतिक संगठनों का NDA or INDIA की तर्ज पर Indigenous Political Alliance बनाने की साफ सुथरी योजना बनाई गई है.'
'संगठन को तोड़ने की रची गई साजिश'
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने षड्यंत्र रचकर कुछ हमारे लोगों को अपने पाले में ले जाने और भारत आदिवासी पार्टी को केवल बांसवाड़ा लोकसभा तक रोककर उदयपुर-चित्तौड़गढ़ लोकसभा के कार्यकर्ताओं को निराशाभाव में डालकर बांटने की योजना बनाई थी और देश भर में आगे की राह कांग्रेस रोकना चाहती थी. हमारे साथ जुड़े समझौता वादी भी चाहते थे, लेकिन दूरदर्शिता अपनाकर "राष्ट्रव्यापी स्वतंत्र आदिवासी राजनीतिक राह" बनाने का पहला प्रयास कामयाब हुआ है. इन्हीं समझौता वादी लोगों का प्रमुख व्यक्ति सोशल मीडिया पर झूठ और भ्रम फैलाकर संगठन तोड़ने की साज़िश कर रहा है. सभी साथी सावधान रहें और अपने सोशल मीडिया ग्रुप से ऐसे लोगों को दूर रखें.'
ये भी पढ़ें:- 'कुर्सी का खेल' याद दिलाकर BJP ने गहलोत पर साधा निशाना, 'मोदी की गारंटी' पर सवाल का दिया करारा जवाब