खेतों में बरस रही 3 क्विंटल की भारी चट्टानें, बारां में किसानों के सामने अजीब मुसीबत! प्रशासन से लगा रहे गुहार

Rajasthan: किसानों का कहना है कि इस प्रकरण के संबंध में विधायक को भी अवगत कराया गया था, लेकिन उन्होंने इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया.

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Baran: बारां में किसानों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है. यहां खेतों में 3 क्विंटल के वजन की चट्टानें बरस रही हैं. ये ठीक ऐसा है जैसे आसमां से कोई उल्कापिंड गिरा हो. इससे ना सिर्फ फसलों को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि किसानों की जान को भी खतरा है. इस पूरे मामले ने किसानों को परेशानी में डाल दिया है. इसके पीछे वजह है आसपास के इलाकों में खनन के लिए ब्लास्टिंग, जिसने स्थानीय लोगों को चिंता में डाल दिया है. अब इलाके के किसान तहसीलदार से गुहार लगा रहे हैं. यह मामला जिले के किशनगंज कस्बे के मिसाइ रोड़ का है. यहां कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के पास पत्थरों की ब्लास्टिंग से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. विस्फोट के चलते पत्थरों के बड़े-बड़े टुकड़े उड़कर खेतों में गिर रहे हैं. 

खेतों की तारबंदी टूटी, फसलों को पहुंच रहा नुकसान

इस समस्या से छुटकारा दिलाने की मांग के संबंध में किसानों ने किशनगंज तहसील अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. किसानों ने बताया कि खेतों से 20 फीट की दूरी पर खनन कार्य हो रहा है. दूरी का ध्यान न रखते हुए लीजधारक धड़ल्ले से खनन के लिए ब्लास्टिंग कर रहे हैं. इसका नुकसान खेत मालिकों को भुगतना पड़ रहा है. ब्लास्टिंग से उछलकर आए हुए पत्थरों से जानवरों के लिए की गई तारबंदी भी टूटकर गिर गई है. इससे बची हुई फसलों को मवेशी नष्ट कर रहे हैं.  

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किसानों का आरोप- मामले में नहीं हो रही सुनवाई 

दरअसल, पिछली सरकार में भी इसी इलाके में खनन कार्य बड़ी परेशानी बनी हुआ था. बार-बार शिकायत होने के बाद इस पर कुछ समय के लिए पाबंदी भी लग गई थी. लेकिन एक बार फिर इस मामले में लोगों को चिंता बढ़ गई है. किसानों का कहना है कि इस प्रकरण के संबंध में विधायक को भी अवगत कराया गया था, लेकिन उन्होंने इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया. अधिकारियों से जब इस विषय में बातचीत की जाती है तो लीज अनुमति होने का हवाला देते हैं. 

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