बाड़मेर SP ने भियाड़ चौकी प्रभारी और एक कांस्टेबल को किया सस्पेंड, बड़ी लापरवाही आई सामने

बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने शनिवार रात को भियाड़ चौकी प्रभारी और एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया. भियाड़ चौकी प्रभारी शिव थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है. दोनों के खिलाफ जांच चल रही थी.

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बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीना.

बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने आदेश जारी किया. आदेश में बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र में बिहार चौकी प्रभारी एएसआई भंवरलाल बिश्नोई और कांस्टेबल पुखराज को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं.  इस आदेश में दोनों के प्रति कर्तव्य पालन में लापरवाही और कार्रवाई विचारधीन है.

एएसआई बाड़मेर कोतवाली थाने में तैनात थे 

निलंबित एएसआई लंबे समय से बाड़मेर ग्रामीण और कोतवाली थाने में तैनात थे. कुछ समय पहले पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी जंबो लिस्ट में उसका ट्रांसफर शिव थाने में किया गया था,  जहां से उसे भियाड़ चौकी प्रभारी बनाया गया था. 

दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ चल रही थी जांच

इन दोनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ लापरवाही सहित कई आरोपों को लेकर विभागीय जांच विचाराधीन है. अधिकारियों की माने तो दोनों पुलिसकर्मियायें पर फरार आरोपियों को पकड़ने में नाकामयाबी को लेकर सस्पेंड किया गया है.  

चौकी के सामने से अपहरण के मामले से जुड़े हैं तार

सूत्रों की माने तो मार्च में बाड़मेर शहर के राजकीय अस्पताल की चौकी के सामने दिनदहाड़े काली स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर आए बदमाशों ने एक युवक का अपहरण कर लिया था.  मामले में बाड़मेर एसपी खुद तलाश में निकले थे. इस दौरान चौहटन चौराहे के पास बिना नंबर की स्कॉर्पियो गाड़ी देख एसपी ने पूछताछ के गाड़ी रुकवानी चाहा. 

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एसपी को देख गाड़ी को छोड़कर भाग गए थे आरोपी

आरोपी एसपी की गाड़ी को टक्कर मार भाग गए. एसपी ने काफी दूर तक गाड़ी को पकड़ने की प्रयास किया. लेकिन, आरोपी गुड़ामालानी के पास खेतों में गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. यह आरोपी किसी अन्य मामले में वांछित थे. बाड़मेर एसपी को देख गिरफ्तारी भय से भाग गए.

पुलिस को गाड़ी से आधार कार्ड मिले 

पुलिस को गाड़ी तलाशी के दौरान आधार कार्ड सहित कई दस्तावेज मिले थे. इस आधार पर आरोपी की पहचान शिव थाना अंतर्गत भियाड़ चौकी क्षेत्र निवासी  हिस्ट्रीशीटर की होना पाया गया था. बाड़मेर एसपी की गाड़ी को टक्कर मारने के मामले में पुलिस लगातार आरोपी की तलाश कर रही थी. लेकिन, आरोपी अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर है. दोनों पुलिस कर्मियों  के निलंबन को इसी मामले से जोड़कर देखा जा रहा है. 

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