Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों के चिराग हमेशा के लिए बुझा दिए. घटना सदर थाना क्षेत्र के सांजटा गांव की है. मजदूरी करने निकले दो युवक करंट की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. एक साथी गंभीर रूप से झुलस गया. हादसे के बाद दोनों परिवारों में कोहराम मच गया और अस्पताल परिसर चीख-पुकार से गूंज उठा.
करंट की चपेट में आए तीन युवक
जानकारी के अनुसार, निंबलकोट गांव निवासी श्रवण कुमार (30), कमलेश (20) और सुजानाराम (18) रविवार सुबह मजदूरी करने सांजटा गांव पहुंचे थे. तीनों मकान की आरसीसी छत भराई का काम कर रहे थे. काम के दौरान जब वे लिफ्ट मशीन लगा रहे थे, तभी ऊपर से गुजर रही विद्युत लाइन के संपर्क में लिफ्ट आ गई. अचानक तेज करंट फैल गया और तीनों युवक उसकी चपेट में आ गए.
दो युवक की मौके पर मौत
झुलसने से श्रवण और कमलेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सुजानाराम गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसे के बाद ठेकेदार तीनों को लेकर राजकीय अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने श्रवण और कमलेश को मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजन अस्पताल पहुंचे. दो युवकों की मौत की खबर से परिजनों में मातम छा गया और अस्पताल परिसर में करुण क्रंदन गूंज उठा.
अस्पताल से फरार हुआ ठेकेदार
परिजनों ने ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि काम शुरू करने से पहले ठेकेदार ने भरोसा दिलाया था कि विद्युत विभाग से चार घंटे का शटडाउन लिया गया है, लेकिन जैसे ही काम शुरू हुआ, ऊपर से करंट आ गया, जिससे हादसा हो गया. हादसे के बाद ठेकेदार अस्पताल तो पहुंचा, लेकिन परिजनों के पहुंचने से पहले ही वहां से फरार हो गया.
मृतक श्रवण अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था. उसके पिता और दो भाइयों की पहले ही मौत हो चुकी है. श्रवण के पीछे उसकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं, जिनके सिर से अब पिता का साया उठ गया है. वहीं मृतक कमलेश अविवाहित था. परिजनों और ग्रामीणों ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. दो मासूमों का सहारा और दो घरों का उजाला इस दर्दनाक हादसे में बुझ गया, जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर है.
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