नौतपा के दूसरे दिन बाड़मेर का पारा पहुंचा 49 डिग्री, बिजली-पानी और अस्पताल की व्यवस्था बेहाल, जारी हुए यह निर्देश

नौतपा (Nautapa) के दूसरे रविवार को बाड़मेर राज्य का दूसरा सबसे गर्म स्थान रहा. यहां रविवार (26 मई) को तापमान 49 डिग्री दर्ज किया गया.

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Rajasthan Heat Wave: राजस्थान के पश्चिमी जिले बाड़मेर में भीषण गर्मी (Barmer Heat Wave) का दौर जारी है. नौतपा (Nautapa) के दूसरे रविवार को राज्य का दूसरा सबसे गर्म स्थान रहा. यहां रविवार (26 मई) को तापमान 49 डिग्री दर्ज किया गया. इस भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग तरह तरह के जतन करते हुए नजर आए. साथ ही जिला कलेक्टर ने भीषण गर्मी को देखते हुए जिला अस्पताल का निरीक्षण कर एसी कूलर सहित व्यवस्थाएं सुधारने और शहर में छाया-पानी, ग्रामीण इलाकों में आमजन के साथ साथ जानवरों के लिए पीने का पानी सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए हैं.

शहर में भामाशाहों के सहयोग से टेंट लगाकर छाया और पानी की व्यवस्था

जिला कलेक्टर की पहल से प्रेरित होकर भामाशाहों ने आपसी सहयोग से शहर में जगह जगह टेंट लगाकर छाया और पानी के ठंडे केंपर उपलब्ध करवाएं जा रहे है और इसके साथ ही शहर के सभी मुख्य चौराहों बस स्टेंड के मुख्य मार्गो पर ठंडे पानी के साथ साथ ग्लूकोंन डी छाछ की व्यवस्था कर राहगीरों को भीषण गर्मी में राहत पहुंचाने का कार्य कर रहे है.

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24 घंटे बिजली और पानी आपूर्ति करने के निर्देश

जिला कलेक्टर निशांत जैन ने भीषण गर्मी के मध्यनजर ग्रामीण इलाकों में बिजली पानी की सप्लाई सुचारू रूप से संचालित करने के लिए निर्देश दिए गए है. साथ ही सुदूर इलाकों में टैंकरों के माध्यम से पानी पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं और ग्रामीण इलाको जानवरों और वन्य जीवों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के लिए खेलियां और पानी के कुंडो की सफाई करवाकर पानी से भरवाएं जा रहे हैं. ताकि इस भीषण गर्मी में जानवरों के लिए पानी उपलब्ध करवाया जा सकें.

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पुलिस जवानों को गर्मी से बचने के लिए किट बांटे 

भीषण गर्मी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिस के जवानों को एसपी नरेंद्र सिंह मीणा द्वारा गर्मी के कीट उपलब्ध करवाएं गए. इस कीट में छाता हाथों के दस्ताने और ओआरएस के पैकेट है जिससे भीषण गर्मी में ड्यूटी कर रहे जवान गर्मी से बचाव करने के साथ खुद को डी हाइड्रेड रखा जा सके.

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स्वास्थ्य विभाग का दावा बाड़मेर में हीट स्ट्रोक से एक भी मौत नहीं

भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में अब तक गर्मी से पीड़ित 31 मरीज सामने आएं हैं. एक मरीज का बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में उपचार जारी है. वहीं शेष मरीजों को सामान्य लक्षणों के चलते इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है. साथी ग्रामीण इलाकों में सभी प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर सभी स्वास्थ्यकर्मियों अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहने और आवश्यक दवाइयां की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए गए हैं.

स्वास्थ्य विभाग के दावों के उलट अस्पताल में हाल बेहाल

स्वास्थ्य विभाग के दावों के उलट भीषण गर्मी के प्रकोप के चलते जिला अस्पताल में मरीज के पहुंचने का सिलसिला जारी है. शनिवार देर शाम को शहर निवासी एक महिला को भीषण गर्मी के चलते तबीयत खराब होने के बाद इमरजेंसी में राजकीय अस्पताल लाया गया था. जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार और कोल्ड स्पेंजिंग के बाद महिला की मौत हो गई. परिजनों का कहना है महिला की गर्मी से मौत हुई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महिला के हार्ट वाल्व के ब्लॉकेज की तकलीफ जिसके चलते उसकी मौत हो गई. दूसरी ओर हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीज के लिए रिजर्व के वार्ड का कूलिंग सिस्टम पिछले 4 दिन से खराब पड़ा है. जिला कलेक्टर निशांत जैन ने रविवार को वार्ड का दौरा कर खराब पड़े कूलिंग सिस्टम को ठीक करवाने के निर्देश दिए हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के दावों में धरातल पर सच्चाई काम ही दिखाई दे रही है.

बाड़मेर एडीएम को किया अस्पताल का नोडल अधिकारी नियुक्त 

जिला कलेक्टर में बाड़मेर के सबसे बड़े अस्पताल यानी राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में व्यवस्थाओं की खबरें सामने आने के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया. साथ ही अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं को सुचारु करवाने को लेकर नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए रोजाना नियमित रूप से अस्पताल का दौरा कर आवश्यक सेवाओं को सुचारू रखने के निर्देश जारी किए हैं. इसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह ने रविवार को राजकीय अस्पताल का दौरा कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया.

स्कूलों के समर कैंप स्थगित जारी होने पर होगी कार्रवाई

भीषण गर्मी को देखते हुए छुट्टियों में जिले सरकारी और निजी स्कूलों में संचालित समर कैम्पस को अगले आदेशों तक स्थगित करने के निर्देश जारी किए गए हैं. साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश ज़ारी होने के बाद भी समर कैंप को संचालित रखने वाले विद्यालयों के प्रधानाचार्य/ संस्था प्रधान का उत्तरदायित्व तय कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

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