Rajasthan News: राजस्थान के ब्यावर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. जिसमें जिले के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में 10 जनवरी, 2025 को एक प्रसूता ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया था. इन बच्चों का जन्म प्रसव समय से लगभग एक महीने पहले हो गया था. जिसके कारण नवजात का वजन स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप कम था.
जन्म के समय खतरे में था जीवन
जन्म के समय नवजात शिशुओं का वजन 1.5, 1.3, 1.2 और 1.7 किलोग्राम था. वहीं कम वजन के कारण इनका जीवन और भविष्य खतरे में था. इसे देखते हुए डॉ. विद्या सक्सेना और उनकी टीम द्वारा सफल प्रसव के बाद कम वजन के चारों नवजात को स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) इंचार्ज डॉ. एम.एस.चंदावत की विशेष देखरेख में उपचार के लिए अविलंब भर्ती किया गया.
ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया बच्चों को
परियोजना निदेशक, बाल स्वास्थ्य डॉ. प्रदीप चौधरी ने कहा कि प्रारंभ में नवजात शिशुओं को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया और चिकित्सालय के लैकटेशनल मैनेंजमेंट सेंटर (सीएलएमसी) से निरंतर दुग्धपान करवाया गया. कुछ दिन बाद शिशुओं ने सामान्य रूप से सांस लेना प्रारंभ किया और उनके वजन में भी सुधार दर्ज किया जाने लगा.
पहले और चौथे शिशु ने जन्म से 3 दिन बाद, दूसरे शिशु ने 5 दिन बाद और तीसरे शिशु ने 6 दिन बाद सामान्य स्तनपान शुरू कर दिया. चारों नवजात में निरंतर स्वास्थ्य सुधार होता जा रहा है.
अब चारों बच्चे और मां स्वस्थ
वहीं एक महीने की सघन देखभाल और उपचार के बाद चारों बच्चों को 10 फरवरी, 2025 को चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिया गया. डिस्चार्ज के समय पहले शिशु का वजन 1.56 किलोग्राम, दूसरे का 1.38 किलोग्राम, तीसरे का 1.3 किलोग्राम और चौथे शिशु का वजन 1.9 किलोग्राम. अब चारों बच्चे और मां स्वस्थ हैं.
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