नसीराबाद के निकटवर्ती भवानी खेड़ा ग्राम के निकट चैनपुरा में अंतिम संस्कार करने गए ग्रामीण पर मधुमक्खियां ने हमला बोल दिया. इस शव यात्रा में शामिल 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है. मधुमक्खियों के हमले से घायल लोगों को ग्रामीणों ने आनंन फानन में अपने निजी वाहनों से गांव के प्राइवेट चिकित्सालय पहुंचाया.
शव यात्रा की हांडी के धुएं से मधुमक्खियां छत्ते से उड़ गईं और उन्होंने शव यात्रा में शामिल लोगों पर हमला कर दिया. वहीं ग्रामीणों ने मधुमक्खियों के झुंड को देखकर मजबूर होकर अंतिम संस्कार करने की जगह भी बदल दी. बुजुर्ग ग्रामीणों का कहना है कि पूर्वजों की एक कहावत है कि मुक्तिधाम सबसे शुद्ध स्थान होता है. यहां पर यदि कोई व्यक्ति गलत काम करके आया हो तो इस तरीके की घटनाएं जरूर घटती है.
उसी को देखते हुए आज ऐसा ही वाकया अजमेर जिले के नसीराबाद के निकट चैनपुरा में घटित हुआ. जिसे देखकर शव यात्रा में आए ग्रामीण भी दंग रह गए. शव यात्रा में शामिल लोगों का कहना है कि मुक्तिधाम में इससे पहले भी कई बार टीन शेड के नीचे लगे मधुमक्खी के हमले हुए है.
आज अचानक जैसे ही ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने के लिए हांडी में जल रहे कंडो को हांडी से बाहर निकाला तो कंडो के धुएं से मधुमक्खियां उड़ गई और टीन शेड के नीचे मौजूद लोगों पर हमला बोल दिया. जिससे शव यात्रा में आए 50 से अधिक लोग घायल हो गए.
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