साइबर ठगों से सावधान, ऐसे फंसाते है ये अपने जान में, अलवर से सामने आया मामला

Fake Police Fraud: पुलिस अधिकारी की व्हाट्सएप पर DP लगाकर फर्जी पुलिसकर्मी बनकर महिला से पैसों की डिमांड की. पीड़ित महिला ने थाने में मामला दर्ज करवाया.  

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(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Rajasthan Cyber ​​Thug News: राजस्थान में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला अलवर शहर से आया. जहां N.E.B थाना अंतर्गत ट्रांसपोर्ट नगर में एक महिला के साथ ठगी का प्रयास करने का मामला सामने आया है. पीड़ित महिला कुंती अग्रवाल ने बताया 26 जून को उसके पास एक व्हाट्सएप कॉलिंग से फोन आता है. फोन पर व्यक्ति अपने आप को पुलिस अधिकारी बताते हुए कहता है कि आपकी बेटी प्रज्ञया अग्रवाल को हमने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है. 

फोन पर कथित पुलिस अधिकारी कहता है कि इन्होंने और इसके साथ की तीन-चार लड़कियों ने एक वकील के साथ 4 लाख का फ्रॉड किया है. उस मामले में हमने इनको गिरफ्तार किया है. इसकी जल्दी आप बेल करा लें. पीड़ित महिला ने कहा मेरी बेटी तो कोटा में डॉक्टर है वह ऐसा काम नहीं कर सकती. लेकिन सामने फर्जी पुलिस कर्मी ने कहा हमने उसको गिरफ्तार कर लिया है और थोड़ी देर में हम उनको कोर्ट में पेश कर देंगे.

ठगों ने की पैसों की डिमांड

पीड़ित महिला ने पूछा कि बेल के कितने पैसे लगेंगे तो उन्होंने ₹35000 की डिमांड की. फोन कॉल पर 1 घंटे तक बातचीत चलती रही, उसके बाद पीड़ित महिला को पता लगा यह फर्जी कॉल है और उनकी बेटी कोटा में है. पीड़ित महिला का कहना है उनकी बेटी प्रज्ञया अग्रवाल ENT फर्स्ट ईयर कर रही है. उसके बाद पीड़ित महिला ने 100 नंबर पर पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी.

ADGP मनीष शर्मा की लगाई DP

पीड़ित महिला का कहना है कि बाद में हमने गूगल पर सर्च किया तो उन लोगों ने व्हाट्सएप पर जो डीपी लगाई थी, वह मनीष शर्मा एडीजीपी की डीपी थी. वह लोग डीपी लगाकर इसी तरह फ्रॉड करते हैं और लोगों से पैसे हड़पते हैं. फिलहाल पीड़ित महिला ने पुलिस को सूचित कर दिया है. पुलिस पूरे मामले की अब जांच पड़ताल कर रही है और फर्जी कॉल का पता लग रही है.

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