Rajasthan News: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने बुधवार को सीकर (Sikar) में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ब्यूरोक्रेसी (Rajasthan Bureaucracy) पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने भजनलाल सरकार पर भ्रष्टचार करने के आरोप लगाते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rathore) की पॉवर पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए.
'शाम होने तक 3 गुणा बढ़ जाते हैं दाम'
डोटासरा ने कहा, 'राजस्थान में वर्तमान भजनलाल सरकार की अगर थोड़ी बहुत इज्जत बची हुई है तो उसकी वजह कांग्रेस है. क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समय जो अधिकारी अच्छी जगह पोस्टिड थे, वो आज भी वहां पर काम कर रहे हैं. अच्छे विजन के साथ काम कर रहे हैं. वरना इनकी इज्जत तार-तार हो जाती. वर्तमान में सरकार ने अधिकारियों की पोस्टिंग करने के नाम पर लूट मचा रखी है. सुबह रेट कुछ होते हैं, दोपहर तक कुछ, और शाम होते-होते 3 गुणा बढ़ जाते हैं. इस प्रकार का काम एक नहीं, 8 से 9 काउंटर पर हो रहा है.'
'BJP प्रदेशाध्यक्ष 1 ट्रांसफर नहीं करवा सकते'
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष यहीं नहीं रुके. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष का जिक्र करते हुए आगे कहा, 'मदन राठौड़, राजस्थान प्रशासनिक सेवा के किसी एक अधिकारी का भी ट्रांसफर नहीं करवा सकते हैं. मैं यह बात बहुत जिम्मेदारी के साथ बोल रहा हूं. अगर किसी का हो जाए तो उसे 1-2 दिन में ही हटा दिया जाता है. इस बारे में जब वो सरकार से पूछते हैं अधिकारी कहते हैं कि ये तो कांग्रेस का आदमी था. हम सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के आदमी को ही पोस्टिंग देंगे. अरे भाई! शर्म आनी चाहिए. ब्यूरोक्रेसी कब से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की होने लगी?
इससे पहले 27 सितंबर को गोविंद डोटासरा ने RAS अधिकारियों के ट्रांसफर की लिस्ट शेयर करते हुए गुड गवर्नेंस पर सवाल उठाए थे. इस लिस्ट के जरिए डोटासरा ने दावा किया है कि राजस्थान में 10 महीने की भजनलाल सरकार ने 4 आरएएस अधिकारियों का 5 बार ट्रांसफर किया गया है. इनके अलावा 15 आरएएस अधिकारी ऐसे हैं जिनका दिसंबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच 15 बार ट्रांसफर किया गया है. जबकि 50 RAS अधिकारियों का 10 महीने में 3 बार ट्रांसफर हुआ है. इन 50 नामों में 2 अधिकारी ऐसे भी हैं, जिनका 1 महीने में ही 3 बार ट्रांसफर किया गया है. डोटासरा ने लिखा, '360 डिग्री टेस्टिंग के बाद ट्रांसफर करने का दावा करने वाली भाजपा सरकार ने अधिकारियों को ट्रांसफर के नाम पर फुटबॉल बना रखा है. एक महीने में 3-3 बार इधर से उधर कर दिया. कई अधिकारी तो ऐसे हैं जिन्हें ज्वाइन करते ही अगले ट्रांसफर का आदेश मिल गया. क्या ऐसे आएगी गुड गवर्नेंस?'
इन आरोपों पर अभी तक बीजेपी के किसी भी नेता की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. मगर, आपको बताते चलें कि इससे पहले भी जब गोविंद सिंह डोटासरा ने अलग-अलग मामलों में भजनलाल सरकार पर आरोप लगाए रहे हैं, तब सरकार ने उन्हें निराधार बताया है, और गोविंद सिंह डोटासरा को करारा जवाब दिया है.
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