भरतपुर की विनीता ने 12 लीटर ब्रेस्ट मिल्क दान कर बनाया रिकॉर्ड, बच्चों को नया जीवन दे रहीं ये महिलाएं

Rajasthan Breast Milk Donate भारतपुर की विनीता ने दान किया 12 लीटर ब्रेस्ट मिल्क दान कर के नया रिकॉर्ड बनाया है. साथ ही अन्य महिलाएं भी ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर कई बच्चों नया जीवन दे रही हैं.

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Rajasthan News: यूं तो रक्तदान करके कुछ लोग दूसरों को जीवन दान देते हैं. लेकिन कुछ ऐसी भी महिलाएं हैं जो ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर अन्य बच्चों की जान बचा रही हैं. राजस्थान के भरतपुर में विनीता और राधा दोनों उन महिलाओं में से एक है, जो ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर बच्चों को नया जीवन दे रही है. दोनों महिलाओं के साथ अन्य 3 महिलाओं को महिला अस्पताल में स्थित आंचल मिल्क बैंक के 8वां स्थापना दिवस के मौके पर सम्मानित किया गया. सम्मान पाकर के यह महिलाएं बेहद खुश नजर आई. महिलाओं का कहना है कि हम अन्य महिलाओं को भी प्रेरित कर रहे हैं कि ब्रेस्ट मिल्क बर्बाद करने की बजाय उसे डोनेट करें.

विनीता ने किया 12 लीटर ब्रेस्ट मिल्क डोनेट

बयाना उपखंड के गांव चीकरू निवासी विनीता बताया कि '3 साल पहले उसके ब्रेस्ट से दूध नहीं निकल पा रहा था. उसे एक महीने का समय हो गया और उसके ब्रेस्ट में दर्द हो रहा था, जिसके चलते वह महिला अस्पताल में दिखाने के लिए आई. इस दौरान मिल्क बैंक में मशीन से ब्रेस्ट मिल्क निकाला गया. मिल्क बैंक आने से मुझे उन बच्चों को देखा जिन्हें मां का दूध नहीं मिल पा रहा था.

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उसी दिन से मैंने बेस्ट मिल्क डोनेट करना शुरू किया. मैं एक महीने से लगातार ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर रही हूं और अब तक 3 साल में 12 लीटर ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर चुकी हूं. मिल्क बैंक के द्वारा मुझे सम्मानित किया गया मुझे अच्छा लगा और आगे में अन्य महिलाओं को प्रेरित करूंगी.'

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आंचल मिल्क बैंक प्रभारी अंजू शर्मा ने बताया कि आंचल मिल्क बैंक में अब तक रजिस्टर्ड महिलाओं द्वारा 8 साल में 19 लाख 35 हजार 950ML ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर चुकी हैं. जिसमें से 9 हजार 935 बच्चों को फायदा हुआ है. फिलहाल मिल्क बैंक में 915 यूनिट ब्रेस्ट मिल्क उपलब्ध है. इस मिल्क को करीब 6 महीने तक सुरक्षित रखा जा सकता है.

राधा ने बताया बर्बाद करने के बजाय डोनेट करें मिल्क

डीग जिले की परमदरा गांव निवासी राधा ने बताया कि '5 महीने पहले बच्चा हुआ था, जो काफी कमजोर था. उसे महिला अस्पताल भरतपुर में भर्ती कराया गया. लेकिन मैं गांव में थी और बच्चे के लिए मां का दूध चाहिए था. तभी मैंने अपना दूध पति के जरिए भिजवाया.

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आंचल मिल्क बैंक प्रभारी अंजू शर्मा ने पति से कहा कि दूध लाने की बजाय अपनी पत्नी को यहां लेकर आए. वहां पहुंचकर मशीन के द्वारा ब्रेस्ट मिल्क निकाला गया. यहीं से मुझे प्रेरणा मिली. अब मैं लगातार 145 दिन से ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर रही हूं, जो लगभग 2 लीटर के आसपास है. मिल्क बैंक के द्वारा मुझे सम्मानित किया गया है.

मैं गांव की महिलाओं को प्रेरित कर रही हूं कि ब्रेस्ट मिल्क को बर्बाद करने की बजाय डोनेट करें जिससे दूसरे बच्चों को नया जीवन मिले. मेरे पति के साथ सास ससुर भी मेरा सहयोग करते है. मुझे बहुत अच्छा लगता है कि मेरे ब्रेस्ट मिल्क के दान करने से दूसरों के बच्चों को नया जीवन मिल रहा है.

विनीता और राधा ने बनाया रिकॉर्ड

महिला अस्पताल में स्थित आंचल मिल्क बैंक प्रभारी अंजू शर्मा ने बताया कि 1 सितंबर 2016 को इसकी स्थापना की गई और आज 8 साल हो गए. इसके सेलिब्रेशन में बेस्ट मिल्क डोनेट करने वाली 5 महिलाओं का सम्मान किया गया. सबसे ज्यादा आप ब्रेस्ट मिल्क डोनेट विनीता ने किया है. राधा कुमारी सबसे ज्यादा मिल्क बैंक में आने वाली महिला है.

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