Rajasthan News: राजस्थान की उपमुख्यमंत्री एवं महिला, बाल विकास मंत्री दिया कुमारी ने प्रदेश की महिलाओं का बड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने बताया 'प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना' के तहत दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को पहले संतान के लिए वर्तमान में दी जा रही राशि 6500 रुपये से बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया गया है. दिया कुमारी ने बताया कि दिव्यांग महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और संतान के जन्म के बाद अधिक पौष्टिक आहार मिल सके, इसलिए इन राशि में बढ़ोतरी कर उसे 10 हजार रुपये किया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि यह 3500 रुपये की अतिरिक्त राशि 100 प्रतिशत राज्य निधि से डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी.
1 सितंबर से मिलेगी बढ़ी हुई राशि
निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं ओपी बुनकर ने बताया कि राज्य सरकार ने परिवर्तित बजट वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना (पीएमएमवीवाई) के अन्तर्गत दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को प्रथम सन्तान के लिए वर्तमान में दी जा रही राशि 6500 रुपये को 01 सितंबर से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया है.
बुनकर ने बताया कि योजना के अनुसार प्रथम किश्त का भुगतान आंगनबाड़ी केन्द्र पर पंजीकरण और कम से कम एक प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच पर पहले 3000 रुपये दिये जाते थे. जिसे बढ़ाकर 4000 रुपये कर दिया गया है. बच्चे के जन्म पर पूर्व में मिलने वाले 1500 रुपये की द्वितीय किश्त को बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया गया है.
बच्चे के जन्म का पंजीकरण एवं प्रथम चरण के सम्पूर्ण टीकाकरण पर 14 सप्ताह की आयु तक के सभी टीके पूरे करवाने पर मिलने वाली तीसरी किश्त 2000 रुपये से बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया गया है.
राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का आयोजन
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने यह भी बताया कि 1 सितम्बर से प्रदेश में "राष्ट्रीय पोषण माह 2024" का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें महिलाओं और बच्चों का पोषण को बढ़ावा देने, उनके बेहतर स्वास्थ्य की गतिविधियां संचालित करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण और पोषण की भी पढ़ाई होगी.
आईसीडीएस निदेशक ओपी बुनकर ने बताया कि महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण को सुनिश्चित करने के लक्ष्य से आयोजित होने वाले इस अभियान में एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी (PBPB), बेहतर शासन के लिए तकनीकी उपाय, पर्यावरण संरक्षण थीम्स हैं. राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का कैलेंडर तैयार किया गया है.
बुनकर ने जिला उपनिदेशकों एवं सीडीपीओ को निर्देशित किया गया है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा वर्कर, महिला पर्यवेक्षक, स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में अन्य सभी सहयोगी विभागों के समन्वय से "राष्ट्रीय पोषण माह 2024" की गतिविधियों का कैलेंडर के अनुसार आयोजन किया जाए.
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