भरतपुर के किसान ने मंगाया इजरायल से गेंहू का अनोखा बीज, फसल देख कृषि अधिकारी हुए हैरान

भरतपुर के किसान ने इजरायली गेहूं की खेती कर पारंपरिक खेती में नई क्रांति ला दी है. इस गेंहू के बाल की लंबाई 8 से 12 इंच है. इजरायल के इस बीज को देखकर कृषि अधिकारी हैरान है.

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इजरायली गेंहू की बीच से उगाई गई फसल

Bharatpur News: अधिकांश तौर पर देखा जा रहा है कि किसान कृषि के अलावा अन्य विकल्प की तलाश में लगा हुआ है. लेकिन कुछ किसान ऐसे हैं जो कृषि में नए-नए प्रयास कर कम लागत में अधिक मुनाफा लेने के साथ अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में लगे हुए हैं. एक ऐसा ही किसान है राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव पीपला निवासी दिनेश चंद तेंगुरिया. जिसने पारंपरिक फसल गेहूं में नए प्रयास किए हैं. 

इजरायल से मंगाया ये अनोखा बीज

भरतपुर के किसान ने अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से इजरायली गेहूं का बीज मंगाया. एक बीघा जमीन में विदेशी गेंहू की फसल उगाई. इजरायली गेहूं की बाली अन्य गेहूं की बाली से तीन गुना बड़ी है. जिसे आसपास के किसानों के साथ कृषि अधिकारी भी देखकर चकित हैं. किसान दिनेश चंद तेंगुरिया ने बताया कि हमारे एक एक रिश्तेदार हैं, जिनका विदेशों में आना-जाना लगा रहता है. उनके द्वारा ही इजरायल के गेंहू का बीच 10 किलो 700 रुपए की कीमत में मंगाया था. 

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इसे उगाया जा सकता है हर मिट्टी में 

इस बीज की एक खासियत है. यह अन्य किस्म के गेहूं की बालियों की लंबाई 4 से 5 इंच होता है. जबकि इजरायली गेंहू की बाली की लंबाई 8 से 12 इंच होती है. अन्य गेहूं की किस्म की बजाय इसमें तीन गुना मुनाफा होता है. देश का किसान विभिन्न कंपनियों के बीज को अपना रहा है लेकिन फिर भी मुनाफा नही हो पा रहा है. किसान ने बताया कि हमने करीब एक बीघा जमीन में इजरायली गेंहू की खेती करने का प्रयास किया है. इजरायली गेहूं सभी प्रकार की मिट्टी में उपज सकता है. 150 दिन की यह फसल है. 25 अक्टूबर से लेकर 15 नवंबर तक लगाई जा सकती है. 

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इसका स्वाद भी आम गेंहू की तरह

इसकी देखभाल भी बेहद जरूरी है. पहला पानी 20 दिन में लग जाना चाहिए और एक एकड़ में 5 किलो बीज काफी है. इसका स्वाद आम गेंहू की  तरह ही है. एक एकड़ में इसकी पैदावार 100 मन यानि 40 किविंटल के करीब होती है. चावल के समान मोटा दाना है और वजन भी अधिक होता है. उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी आय दुगनी करने के नए-नए प्रयास करने होंगे, जो मैने भी किया है. इस फसल को देखने के लिए आस पास के किसानों सहित जिले के कृषि अधिकारी भी आ चुके हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अपनी खेती में कम से कम रासायनिक खाद का उपयोग करें. जिससे लोगो की सेहत पर कोई असर नहीं पड़े और जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़े.

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किसान को पसंद आ रही है ये फसल

अन्य किसान गोविंद ने बताया कि आस पास के किसान इस फसल को देखने के लिए आ रहे है. साथ ही वह अपने साथ अन्य गेहूं की फसल की बाली लाकर इजरायली गेहूं की बाली से नापकर देखते है. जो लोग 8 से 12 इंची गेंहू की बाली नहीं होने की बात नहीं मानते हैं. उन्हें फोटो ले जाकर दिखाते है. इस फसल के बारे में भी किसान जानकारी कर रहे हैं और अच्छी पैदावार को देखते हुए, वह भी इस फसल को लगाने का मन बना चुके हैं. यह फसल करीब 15 से 20 दिन में पककर तैयार हो जाएगी.

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