भीलवाड़ा: ब्याज माफिया से प्रताड़ित युवक ने किया सुसाइड, पत्नी को मोबाइल में मिला वीडियो; मामला दर्ज

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में ब्याज माफिया द्वारा परेशान करने पर एक व्यापारी ने प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली. वहीं अब उसकी पत्नी चंद्रकांता ने आठ लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर .

Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में ब्याज माफिया का खौफ थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस अधीक्षक द्वारा टोल-फ्री नंबर जारी करने के बावजूद माफिया के हौसले बुलंद हैं. कई लोग इनके जाल में फंसकर अपनी जान गंवा रहे हैं. ऐसा ही एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यापारी ने ब्याज माफिया की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली.

20 जून को व्यापारी ने लगाई फांसी

जानकारी के अनुसार, भीलवाड़ा के प्रताप नगर थाना क्षेत्र के पटेल नगर निवासी देवेंद्र जायसवाल ने 20 जून 2025 को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी. मृतक के परिजनों को बाद में उनके मोबाइल में एक वीडियो मिला, जिसमें उन्होंने आत्महत्या का कारण बताया. इस वीडियो में देवेंद्र ने आठ लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

पत्नी ने दर्ज कराई शिकायत

देवेंद्र की पत्नी चंद्रकांता जायसवाल ने प्रताप नगर थाने में आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. चंद्रकांता ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ कुछ दिन पहले अपने पीहर निंबाहेड़ा गई थी.

इस दौरान पड़ोसियों ने फोन कर सूचना दी कि उनके पति ने आत्महत्या कर ली. घर पहुंचने पर उन्हें देवेंद्र का लिखा हुआ लेनदेन का हिसाब और एक वीडियो मिला, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानी के बारे में बताया हुआ था.

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ब्याज माफिया ने उलझाया कर्ज के जाल में

चंद्रकांता के अनुसार, अभिषेक शर्मा और उनके पिता सत्यनारायण शर्मा ने देवेंद्र को फिक्स प्रॉफिट का लालच देकर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए और 16-17 लाख रुपये ले लिए. जिसके बाद उन्होंने ना तो पैसा लौटाया गया और ना ही कोई प्रॉफिट दिया गया.

वहीं नौगांवा निवासी गोपाल जाट ने भी धमकाकर खाली चेक और स्टांप ले लिए. गोपाल ने मनमाना ब्याज और पेनाल्टी जोड़कर कई गुना राशि वसूल की, जिससे देवेंद्र मानसिक रूप से टूट गए. इसके अलावा मनोज नारवानी और विकास जैन ने जेवर गिरवी रखकर पैसे दिए थे. इसके बाद जब उनके पैसे वापिस कर दिए इसके बावजूद उन्होंने जेवर वापस नहीं किए और ज्यादा ब्याज की मांग करते रहे.

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धमकियों ने तोड़ी हिम्मत

चंद्रकांता ने बताया कि भगवती लाल जाट ने 5 लाख, लादू लाल जाट ने 3 लाख और प्रहलाद खटीक ने 3 लाख रुपये हड़प लिए. ये लोग बार-बार पैसे मांगने पर भी राशि नहीं लौटा रहे थे. ब्याज माफिया आए दिन घर पर आकर झगड़ा करते, धमकियां देते और मकान पर कब्जा करने की बात कहते. इन सबके चलते देवेंद्र मानसिक तनाव में थे और आखिरकार उन्होंने यह कठोर कदम उठा लिया.

पुलिस से कार्रवाई की मांग

चंद्रकांता ने अभिषेक शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, गोपाल जाट, भगवती लाल जाट, लादू लाल जाट, प्रहलाद खटीक, विकास जैन और मनोज नारवानी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है, और लोग ब्याज माफिया के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.

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