Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में भजनलाल सरकार का दूसरा बजट पेश होने से ठीक एक दिन पहले बूंदी जिले में कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन होने वाला है. पूर्व मंत्री और हिंडोली से तीसरी बार विधायक अशोक चांदना (Ashok Chadna) ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए कार्यकर्ताओं से भारी संख्या में जुटने की अपील की है. इस प्रदर्शन में हिंडोली-नैनवा और बूंदी के किसान भी शामिल होने वाले हैं, जो अधिकारियों को ज्ञापन देने के साथ-साथ उन पर हुए कथित अत्याचार का विरोध जताने वाले हैं.
पंचायत समिति के सामने होगा धरना
चांदना ने कहा, 'बजरी माफिया और भारतीय जनता पार्टी के नेता मिलकर दलित-आदिवासी लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं. पिछले दिनों इससे जुड़े कुछ वीडियो भी सामने आए थे. इसके खिलाफ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने आवाज उठाने और 18 फरवरी को पंचायत समिति के सामने धरना देने का फैसला किया है. यदि कांग्रेस पार्टी के नेता दलित-आदिवासियों की आवाज नहीं उठाएंगे तो उनकी आवाज उठाने वाला कोई होगा नहीं. मैं हिंडोली-नैनवा और बूंदी जिले के किसान भाईयों और कांग्रेस पार्टी के एक-एक नेता-कार्यकर्ता से आग्रह करना चाहता हूं कि इस ज्ञापन प्रदर्शन में बढ़ी संख्या में शामिल हों, ताकि भविष्य में यह अत्याचार न हो सके.'
चांदना ने वीडियो शेयर कर सरकार से पूछे सवाल
कुछ दिन पहले अशोक चांदना ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर मारपीट का वीडियो वायरल करते हुए सरकार से कई सवाल पूछे थे. उन्होंने लिखा था, 'भाजपा नेता हिंडोली में पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में किसानों को पीट रहे हैं. क्या भजनलाल सरकार इन किसानों को न्याय दे पाएगी? इससे पहले भी अशोक चांदना ने अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए थाने में ले जाते समय एक दलित युवक की मारपीट का वीडियो जारी किया था.
पूरा विवाद क्या है? आसान शब्दों में समझिए
8 फरवरी 2025 को विधायक अशोक चांदना ने वीडियो शेयर किया था, वो भाजपा नेता सीपी गुंजल और कांग्रेस नेता आमोद शर्मा के बीच हुई मारपीट का है. दोनों के बीच 100 बीघा सरकारी जमीन को लेकर विवाद हो रहा है. दोनों नेताओं का कहना है कि इस पर उनका कब्जा है. इसी के चलते दोनों में जमकर लात-घुसे चले और नेताओं ने एक दूसरे के कपड़े तक फाड़ दिए. पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए बचाव किया और 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
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