Rajasthan: आपके घर पहुंच रहा मिलावटी दूध? 97 फीसदी नमूने टेस्ट में फेल, दूध में पानी के अलावा स्टार्च-नमक भी मिला

Bikaner: उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड, बीकानेर (उरमूल डेयरी) ने 'दूध का दूध, पानी का पानी- शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान की शुरुआत की है.

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Milk samples fail in lab test: राजस्थान में दूध में मिलावट से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है. मिलावटी दूध के खिलाफ चल रहे 'दूध का दूध-पानी का पानी' अभियान में 97 फीसदी सैंपल्स फेल हो गए हैं. डेयरी सैंपल्स के इतनी बड़ी तादाद में फेल होने के बाद लोग भी हैरत में पड़ गए हैं. दरअसल, उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड, बीकानेर (उरमूल डेयरी) ने 'दूध का दूध, पानी का पानी- शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान की शुरुआत की है. पिछले 10 जनवरी से चल रहा यह अभियान 17 फरवरी तक चलेगा. इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को दूध की शुद्धता के प्रति जागरूक करना और मिलावटी दूध के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जानकारी प्रदान करना है. 

उरमूल डेयरी कई क्षेत्रों में जांच कर रही है दूध के सैंपल्स

अभियान के दौरान, उरमूल डेयरी विभिन्न मोहल्लों और क्षेत्रों में नि:शुल्क दूध जांच शिविर आयोजित कर रही है. जहां उपभोक्ता अपने दूध के नमूनों की शुद्धता की जांच करवा सकते हैं. इन शिविरों में दूध के नमूनों में पानी, स्टार्च, नमक, ग्लूकोज, सुक्रोज जैसी मिलावटों की जांच की जाती है. उदाहरण के लिए, एक शिविर में 30 में से 28 नमूने फेल पाए गए, जिनमें से 8 में स्टार्च, 2 में नमक, 1 में ग्लूकोज, 1 में सुक्रोज और 1 में 75% पानी की मिलावट पाई गई.

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ऐसे चलाया जा रहा है अभियान

उरमूल डेयरी की टीम शिविरों से पहले आसपास के घरों में जाकर ऊंटनी के दूध और टोन्ड दूध के 200 मिलीलीटर के पाउच नि:शुल्क वितरित करती है. साथ ही उनके लाभों के बारे में भी जानकारी देती है. साथ ही, पैम्पलेट वितरण के माध्यम से उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाता है. दूध का सैंपल टेस्ट करवाने वाले उपभोक्ताओं को नए साल का कैलेंडर और 200 मिलीलीटर टोन्ड और ऊंटनी दूध का पाउच उपहार स्वरूप दिया जाता है.

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