Bikaner News: बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा पीबीएम अस्पताल दिन-रात सफलता की नई सीढ़ियां चढ़ रहा है. इसी कड़ी में अस्पताल जल्द ही मरीजों को अंग प्रत्यारोपण (organ Transplant) की सुविधा भी उपलब्ध कराएगा. इसके लिए चिकित्सकों ने बताया कि बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में नॉन ट्रांसप्लांट ऑर्गन रिट्राइवल सेंटर यानि एनटीओआरसी की स्थापना की गई है. जिसमें अंग प्रत्यारोपण से जुड़े महत्वपूर्ण केस देखे जाएंगे. इस नई विंग के लिए पीबीएम अस्पताल में छह कमेटियां बनाई गई हैं. जो उन केसों को देखेंगी जिनमें मरीज को ब्रेन डेड घोषित करने और अंग प्रत्यारोपण की जरूरत है. इन चिकित्सकों के माध्यम से फिलहाल ऐसे मरीजों को चुनने का प्रयास किया जा रहा है जिनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं और उनके बचने की उम्मीद खत्म हो गई है.यह अस्पताल एस पी मैडिकल कॉलेज के अंतर्गत चलाया जाता है.
किडनी, लीवर, फेफड़े या हृदय फेल होने वाले मरीजों को मिलेगा फायदा
पीबीएम अस्पताल के प्रोफेसर एवं एनटीओआरसी के सदस्य डॉ. मोहम्मद युनूस खिलजी ने बताया कि अंग प्रत्यारोपण चिकित्सा विज्ञान की एक नई शाखा है. इसको लेकर दुनिया के कई विकसित देशों में प्रयोग हो रहे हैं. इस नई शाखा के विकसित होने से उन मरीजों को लाभ मिलेगा जिनकी किडनी, लीवर, फेफड़े या हृदय खराब हो गए हैं. लेकिन इन अंगों को प्राप्त करना बहुत कठिन है। क्योंकि कोई भी जीवित व्यक्ति अपने अंग दान नहीं करेगा. इसलिए अस्पताल प्रशासन उन लोगों का चयन करता है जो ब्रेन डेड हो चुके हैं और उन्हें वेंटिलेटर के सहारे ही सांस दी जा रही है. बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में अब ऐसा होने जा रहा है. ऐसे मरीजों के परिजनों की अनुमति से उनके स्वस्थ अंगों को निकालकर सुरक्षित रूप से ऐसे संस्थानों में भेजा जाएगा जहां मौजूद मरीजों को उनकी जरूरत है.
ग्रीन कॉरिडोर और एयर एम्बुलेन्स का होगा प्रयोग
पीबीएम अस्पताल में यह सुविधा उपलब्ध होने के बाद ग्रीन कॉरिडोर और एयर एंबुलेंस का उपयोग करके अंग प्रत्यारोपण किया जाएगा, ताकि ब्रेन डेड मरीजों के अंग सही समय पर जरूरतमंद मरीजों तक पहुंच सकें. उल्लेखनीय है कि पीबीएम अस्पताल में मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर से लेकर सभी तरह के आधुनिक चिकित्सा की सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं. इसलिए यहां अंग प्रत्यारोपण भी संभव हो सकेगा. इसके लिए जयपुर से डॉक्टरों की टीम आएगी और यहां का स्टाफ उनकी मदद करेगा.
किसने बनवाया था पीबीएम अस्पताल
महाराजा गंगा सिंह जी ने जब अपने पुत्र राजकुमार विजय सिंह की स्मृति में इस अस्पताल की स्थापना की थी, तो उनका सपना था कि बीकानेर अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ चिकित्सा के क्षेत्र में भी अपनी विशेष पहचान बनाए. पीबीएम ने उनके इस सपने को पूरा कर दिया है और अब इसमें एक और स्वर्णिम अध्याय लिखने जा रहा है.
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