Bikaner 3 Girl Students: राजस्थान के बीकानेर जिले में एक बड़ा हादसा हो गया, जहां सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली तीन छात्राओं की मौत हो गई. छात्राओं की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीण और मृतक छात्राओं के परिवार वाले मंगलवार दोपहर से मोर्चरी के आगे धरने पर बैठे हैं. प्रशासन ने धरने पर बैठे लोगों को समझाने के लिए 2 बार बातचीत का प्रयास किया, लेकिन यह वार्ता विफल रही. आक्रोशित लोग 5 सूत्री मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. इस मौके पर नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल भी परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए हैं.
घटना को 1 दिन से अधिक हो चुका है लेकिन अभी तक मृतक छात्राओं का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है. बता दें कि हादसे के बाद स्कूल के प्रिंसिपल संतोष ने बताया कि शिकायत के बाद भी टैंक की मरम्मत नहीं की गई.
धरने पर बैठे लोग, नहीं हो पा रहा पोस्टमार्टम
3 छात्राओं की मौत के बाद धरने पर बैठे लोगों ने 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है. साथ ही नौकरी और दोषियों पर कार्रवाई सहित पांच मांगें रखी गई हैं. भारी संख्या में लोग अपनी मांगे को लेकर नोखा रैफरल अस्पताल की मोर्चरी के आगे बैठे हुए हैं. धरना स्थल पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी मौजूद है और समझाइश की कोशिशें चल रही हैं. स्कूल में बने जर्जर कुण्ड की पट्टियां ढहने से यह बड़ा हादसा हुआ है, जिसमें डूबने से बालिकाओं मौत हुई.
क्या है 3 लड़कियों की मौत का मामला
बता दें कि नोखा क्षेत्र के देवानाड़ स्थित केडली गांव में राजकीय प्राथमिक स्कूल में बच्चे खेल रहे थे. इस दौरान प्रज्ञा, भारती और रवीना स्कूल परिसर में बने वाटर टैंक के ऊपर चली गईं. टैंक के ऊपर लगीं पट्टियां टूट गईं. इस दौरान तीनों छात्राएं टैंक में गिर गईं, टैंक में करीब 15 फीट तक पानी भरा था.
सूचना पर आसपास के ग्रामीण पहुंच गए और ट्रैक्टर की मदद से टैंक से पानी बाहर निकाला. सीढ़ी लगाकर गांव के चार लोग टैंक में उतर गए. करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों छात्राओं को बाहर निकाला गया. आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंच, जहां डॉक्टरों तीनों को मृत घोषित कर दिया.
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