Ground Report: पाक विस्थापित हिंदुओं के 'गढ़' में NDTV की एंट्री, लोग बोले- 'हिन्दुस्तानी हैं, हमने डरना नहीं सीखा'

आनंदगढ़ के लोग कहते हैं, पाक दुश्मन देश है और अगर दुश्मन आंख उठाएगा तो हम उसे जवाब देंगे. हम हिन्दुस्तानी हैं, हमने डरना नहीं सीखा. पढ़ें आनन्दगढ़ से रितेश यादव के साथ डॉ. नासिर जैदी की रिपोर्ट...

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भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसा आनंदगढ़

Anandgarh: राजस्थान के बीकानेर सम्भाग के अन्तर्गत आने वाला सीमावर्ती गाँव आनन्दगढ़ जो बिल्कुल सरहद से सटा हुआ इलाक़ा है. यहाँ के 75 फ़ीसद निवासी पाक विस्थापित हैं, लेकिन हमेशा से हिंदुस्तान के जज़्बे की मिसाल बने हुए हैं. सरहद तो यहाँ से बहुत नज़दीक है, लेकिन लोगों के दिलों में कोई ख़ौफ़ नहीं है. ग़ौरतलब है कि सरहद से महज़ 4 या 5 किलोमीटर दूर है बीकानेर सम्भाग का सीमावर्ती गाँव आनन्दगढ़. थोड़ी ही दूर जाने पर सरहद की तारबन्दी नज़र आती है.

दुश्मन से दो-दो हाथ करने के लिए हर पल तैयार

एक तरफ़ हमारा प्यारा मुल्क हिंदुस्तान है तो उस पार पाकिस्तान. साल 1971 में पाकिस्तान से आए हुए लोग यहाँ के स्थायी निवासी बन चुके हैं. आये दिन वे पाकिस्तान की कभी शान्त ना होने वाली नापाक हरकत देखते रहते हैं. लेकिन इस गाँव के लोग न सिर्फ़ जागरूक हैं, बल्कि दुश्मन से दो-दो हाथ करने के लिए हर पल तैयार हैं. 

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हथाई करते गाँव के लोग

1971 में अपनी जन्मभूमि छोड़ कर आना पड़ा

गाँव की चौपाल में बैठे हुए अपने बीते हुए दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि किस तरह से उन्हें सन 1971 में अपनी जन्मभूमि छोड़ कर आना पड़ा. जिस्म पर पहने हुए कपड़ों के अलावा वे अपने साथ कुछ नहीं ला पाए. उनमें से एक कुन्दन सिंह बताते हैं कि ये पूरा एरिया निर्जन था, जिसे पाक से आए हिन्दुओं ने आबाद किया.

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रेगिस्तान में बस है गांव

''हम हिन्दुस्तानी हैं, हमने डरना नहीं सीखा''

आनन्दगढ़ के पाक विस्थापित लोग बताते हैं कि पाकिस्तान जिसे उन्होंने अपना मुल्क समझा, उसी ने उनके साथ हमेशा दुश्मनी का व्यवहार किया. इसी वजह से इज़्ज़त की ज़िन्दगी जीने के लिए हिंदुस्तान आना पड़ा. वैसे भी हमारा अपना देश तो भारत ही है. पाक दुश्मन देश है और अगर दुश्मन आँख उठाएगा तो हम उसे जवाब देंगे. हम हिन्दुस्तानी हैं, हमने डरना नहीं सीखा.

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