Rajasthan Politics: राधामोहन के प्रस्ताव पर राजकुमार रोत का इनकार, बोले- जनता बनाती है बड़ा नेता

राजकुमार रोत ने कहा कि इलाके में भाजपा के स्थानीय नेता हम पर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हैं. लेकिन उनके बड़े नेताओं का यह रुख है. इससे साफ है कि स्थानीय स्तर पर उनका संगठन कितना खोखला है.

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राजकुमार रोत.

BJP BAP Alliance in Rajasthan: राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव से पहले भाजपा प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन के संकेत दिए. उन्होंने बाप के सांसद राजकुमार रोत को अच्छा नेता बताते हुए यह कहा कि वह आदिवासी समाज में जो जागरूकता लाना चाहते हैं, वह भाजपा के साथ संभव है. राजस्थान के राजनीतिक विश्लेषक इसे भाजपा का बाप के साथ विलय का संकेत मानते हैं. हालांकि राजकुमार रोत ने राधामोहन दास अग्रवाल के प्रस्ताव स्वीकारने से मना कर दिया है. 

भाजपा के साथ आकर संभव है... राजकुमार रोत के लिए बोले राधामोहन

भाजपा के प्रदेश प्रभारी ने राजकुमार रोत के जरिए आदिवासी वोटरों को साधने की कोशिश की. राधामोहन अग्रवाल ने कहा, "राजकुमार रोत युवा होने के नाते यह कोशिश कर रहे हैं कि वे आदिवासी समाज में कोई जागरूकता लाएं. लेकिन यह सिर्फ भाजपा के साथ आकर संभव है. आदिवासी समाज के लिए जो काम भाजपा ने किया है, वह कोई और नहीं कर सकता. यह बात देर सवेर राजकुमार रोत भी समझेंगे."

राधामोहन के बयान पर रोत बोले- जनता ने मुझे नेता बनाया

बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत ने राधामोहन अग्रवाल के बयान पर कहा कि वे मुझे बड़ा नेता नहीं नहीं बना सकते. मुझे नेता पहले चोरासी और फिर बांसवाड़ा डूंगरपुर की जनता ने बनाया है. भाजपा प्रदेश प्रभारी ने साफ किया है कि आदिवासी पार्टी के बगैर इस क्षेत्र में कोई राजनीति नहीं कर सकता. 

रोत का बड़ा बयान- स्थानीय स्तर पर खोखला है भाजपा संगठन

राजकुमार रोत ने आगे कहा कि इलाके में भाजपा के स्थानीय नेता हम पर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हैं. लेकिन उनके बड़े नेताओं का यह रुख है. इससे साफ है कि स्थानीय स्तर पर उनका संगठन कितना खोखला है. उन्होंने भाजपा के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार किया. कहा कि हम कभी किसी के साथ नहीं जायेंगे. यह चुनाव भी स्वतंत्र होकर लड़ेंगे. 

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BAP अध्यक्ष बोले- किसी भी सूरत में भाजपा के साथ नहीं जाएंगे

भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने भी साफ किया कि वे यह चुनाव अकेले लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में हम भाजपा के साथ नहीं जायेंगे. भाजपा अगर हमारी हितैषी बनना चाहती है तो वर्षों से लंबित भील प्रदेश की मांग पूरी कर दे. अभी दोनों सीटों पर हम अकेले लड़ेंगे और जीतेंगे.

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