Rajasthan: जिन वादों के साथ सत्ता में आई भाजपा अब उन्हीं में फंसी, राजस्थान में अपराध बे-लगाम, बिजली-पानी का संकट गहराया

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली ने CM भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा, 'मुखिया जी राजस्थान को क्राइम कैपिटल बना दिया. आपकी सरकार ने बेटी बचाओ का नारा देने वाली बीजेपी सरकार के शासन में बेटियों के साथ दरिंदगी के आंकड़े मन की पीड़ा को बढ़ाने वाले हैं.'

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Rajasthan News: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इस्तीफे का ट्रेंड चल रहा है. (#भजनलाल_शर्मा_इस्तीफा_दो) के नाम से चल रहे ट्रेंड के पीछे भाजपा के पांच महीने की सरकार से लोगों की नाखुशी है. लोगों का कहना है कि जिन वादों के साथ भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई, आज सरकार उन्हीं मुद्दों को अनदेखा कर रही है. खासतौर पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में बढ़ोतरी से लोग नाराज हैं. इसके अलावा बिजली और पानी का संकट है. गर्मी की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था धराशाई हो गई है. खुद भाजपा के नेता इसको लेकर सरकार को आड़े हाथों ले रहे हैं.

गहरा रहा बिजली संकट 

दरअसल, जैसे-जैसे गर्मी अपने रंग दिखाने लगी, वैसे-वैसे राजस्थान में बिजली संकट गहराता चला गया. भयंकर गर्मी में कई शहरों में कई-कई घंटों का पावर कट हुआ. इस बीच झालावाड़ (Jhalawar) में स्थित कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट (KaTPP) की पहली यूनिट भी बंद हो गई. इसके चलते 600 मेगावाट प्रति घंटा का बिजली उत्पादन नहीं हो पाया था.

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ग्रामीण इलाकों में तो और बुरा हाल है. इस पर विपक्ष भी सरकार पर लगातार हमलावर है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि, 'मौसम विभाग ने महीनों पहले प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ने का पूर्वानुमान किया था, किन्तु राजस्थान सरकार ने प्रदेशवासियों को सुचारू बिजली सप्लाई हेतु कोई कार्ययोजना नहीं बनायी. जिसका परिणाम है कि प्रदेश में उपभोक्ताओं के लिए 600 लाख यूनिट प्रतिदिन बिजली की कम सप्लाई हो रही है तथा प्रदेशवासियों को इस भीषण गर्मी में घण्टों अघोषित बिजली कटौती का सामना कर परेशानी उठानी पड़ रही है.'

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मंत्री कह रहे, पिछली सरकार का किया समेट रहे 

उधर ऊर्जा मंत्री हीरा लाल नागर बिजली संकट का ठीकरा पूरवर्ती कांग्रेस सरकार पर फोड़ रहे हैं. उन्होंने पूरवर्ती गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने अन्य राज्यों से बिजली उधार ली थी, जिसे उनकी सरकार वापस लौटा रही है. नागर ने दावा किया कि राजस्थान सरकार को हर दिन करीब 2 करोड़ यूनिट बिजली अन्य राज्यों को वापस लौटानी पड़ रही है.   

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अपराध बढ़े दुष्कर्म की घटनाएं बे-लगाम 

पिछले पांच महीने में राजस्थान में कई अपराध के संगीन मामले सामने आये हैं. पिछले दिनों झुंझुनूं में एक दलित युवक को शराब माफियाओं ने बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला. अपराधी इतने बेखौफ हैं कि, इस पूरी घटना का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया. इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ अपराध भी बेलगाम हो गए हैं. पिछले दिनों करौली जिले के हिंडौन सिटी में एक मूकबधिर नाबालिग के साथ पहले पहले दुष्कर्म किया गया और उसके बाद उसे ज़िंदा जला दिया गया. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इसके अलावा झुंझुनूं, अलवर, श्रीगंगानगर जिलों में कई दुष्कर्म की घटनाएं सामने आईं.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली ने CM भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा, 'मुखिया जी राजस्थान को क्राइम कैपिटल बना दिया. आपकी सरकार ने बेटी बचाओ का नारा देने वाली बीजेपी सरकार के शासन में बेटियों के साथ दरिंदगी के आंकड़े मन की पीड़ा को बढ़ाने वाले हैं. मुख्यमंत्री जी प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर आपकी सरकार और प्रशासन पूरी तरह से असफल नजर आ रहा है. आप को नैतिक जिम्मेदारी लेकर महिलाओ के प्रति आपकी जवाबदेही तय करनी चाहिए.'

स्वास्थ्य व्यवस्था धाराशाई, गर्मी से बचने के लिए कोर्ट को देना पड़ा निर्देश 

30 जून छबड़ा-छीपाबड़ौद के भाजपा के विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लखा छीपाबड़ौद क्षेत्र छबड़ा के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छीपाबड़ौद की वर्तमान स्थिति दु:खद है. छीपाबड़ौद के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हो रही असुविधाओं को सुधारे सरकार.' इसके अलावा प्रदेश के कई जिलों से ऐसी तस्वीरें सामने आईं जिसमें मरीज गर्मी में अस्पताल में परेशान हो रही हैं. बाड़मेर के एक अस्पताल में बिजली जाने के बाद मरीजों को उनके परिजन हाथों से हवा करते नजर आये.

राजस्थान के कई जिलों में पारा 49 डिग्री सेल्सियस तक चला गया. खबरों के मुताबिक अब तक लू की वजह से कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि सरकार का कहना है कि अब तक सिर्फ पांच मौते हुई हैं.  इसके बाद राजस्थान हाईकोर्ट को सरकार को हीट वेव से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश देने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने सरकार पर जम कर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, राजस्थान की भाजपा सरकार अलर्ट नहीं "ऑटो मोड" पर है, तभी तो कोर्ट को स्वप्रसंज्ञान लेकर आदेश देने पड़ रहे हैं. भीषण गर्मी और हीट वेव के प्रकोप से करीब 100 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है, भाजपा सरकार लू से बचाव एवं बिजली-पानी की पर्याप्त आपूर्ति प्रबंधन में पूरी तरह विफल रही है.

सरकार की लापरवाही के बाद अब हाईकोर्ट ने स्वप्रसंज्ञान लेकर सरकार को विशेष एडवाइजरी जारी करने एवं मृतकों के परिवार को मुआवजा देने का निर्देश दिया है. लू से बचाव एवं राहत के लिए कांग्रेस पार्टी लगातार सरकार से उचित इंतजाम करने और मृतकों के परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रही है. लेकिन भाजपा सरकार लू से हुई मौतों के मामले में पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रही है.

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