VIDEO: टिकट नहीं मिलने पर फूट-फूट कर रो पड़े भाजपा नेता हकरू मईड़ा, भरेंगे निर्दलीय पर्चा

Rajasthan Assembly Election 2023: भाजपा का टिकट पाने वाले धन सिंह रावत को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है तो वहीं मईडा को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पसंदीदा माना जाता है. 

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टिकट कटने पर हकरु मईडा फूट-फूट कर रो पड़े.

Rajasthan Assembly Election 2023: भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व राज्य मंत्री धनसिंह रावत को बांसवाड़ा विधानसभा से टिकट देने पर प्रमुख दावेदार हकरू मईडा ने बगावती तेवर दिखाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी आलाकमान ने कांग्रेसी नेता और जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया के कहने पर उनके समधी धनसिंह रावत को धन बल के आधार पर टिकट दिया है. साथ ही मईडा ने कहा कि वह निर्दलीय के तौर पर 6 नवंबर को नामांकन दाखिल करेंगे. भाजपा की लिस्ट जारी होने के बाद मीडिया के सामने ही हकरू मईडा फूट-फूट कर रोने लगे. उनका यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

भाजपा के धन सिंह रावत को टिकट देने मिलने के बाद हकरू मईड़ा के समर्थक भाजपा कार्यालय में जमा हुए. उन्होंने रावत का विरोध करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने 2018 के चुनाव में पार्टी से बगावत होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और पार्टी के प्रत्याशी को हराने का काम किया था ऐसे व्यक्ति को पार्टी ने टिकट देकर सच्चे कार्यकर्ताओं का अपमान किया है. 

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फूट-फूट कर रो पड़े हकरु मईडा

टिकट कटने पर हकरु मईडा फूट-फूट कर रो पड़े. उन्होंने कहा कि वह काफी लंबे समय से पार्टी के हर कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर शामिल होते आए हैं और जो भी पार्टी ने उनको जो भी जिम्मेदारी दी उन्हें निभाते हुए आए हैं. हकरू मईडा भारतीय जनता पार्टी एस टी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हैं और वह वर्तमान में जिला परिषद सदस्य भी हैं. 

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2018 में लड़े थे भाजपा से चुनाव 

उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी ने 2018 में हकरू मईडा को प्रत्याशी घोषित किया था. इसके विरोध में पूर्व मंत्री और वर्तमान प्रत्याशी धनसिंह रावत ने निर्दलीय के तौर पर नामांकन दाखिल किया था जिसके चलते हकरू मईडा को हार का सामना करना पड़ा था.

RSS के करीबी हैं मईडा

बाद में भाजपा ने धन सिंह रावत को पार्टी से निष्कासित कर दिया था और कुछ समय पहले ही रावत को फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल किया है. रावत को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है तो वहीं मईडा को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पसंदीदा माना जाता है.  हकरू मईडा इससे पूर्व लोकसभा चुनाव, विधानसभा और जिला प्रमुख का चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उनको हर बार हार का सामना करना पड़ा और वर्तमान में जिला परिषद सदस्य हैं.

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