टिकट कटने के बाद रोने वाले बीजेपी नेता नरेंद्र मीणा ने की सीएम भजनलाल से मुलाकात, जानें क्या हुई बात

बीजेपी नेता नरेंद्र मीणा ने अपने विरोध के बीच सोमवार (21 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की. नरेंद्र मीणा के साथ पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी और उदयलाल डांग साथ थे.

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Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव का घमासान जारी है. बीजेपी ने हाल ही में 6 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी. जिसमें सलूंबर विधानसभा सीट अमृतलाल मीणा की पत्नी शांति मीणा को टिकट दिया गया है. बता दें सलूंबर सीट पर अमृतलाल मीणा के निधन के बाद खाली हुई थी. वहीं अब बीजेपी ने सहानुभूति फैक्टर देखते हुए शांता मीणा को टिकट दे दिया. लेकिन बीजेपी नेता नरेंद्र मीणा ने इसका विरोध किया और टिकट ऐलान के बाद फूट-फूट कर रोए. उन्होंने कहा कि 20 साल से संघर्ष कर रहा हूं लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी.

वहीं नरेंद्र मीणा ने अपने विरोध के बीच सोमवार (21 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की. नरेंद्र मीणा के साथ पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी और उदयलाल डांग साथ थे.

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मान गए नरेंद्र मीणा

नरेंद्र मीणा भजनलाल शर्मा से मुलाकात के बाद चार्टर्ड प्लेन से उदयपुर रवाना हो गए हैं. वहीं कहा जा रहा है कि नरेंद्र मीणा को सीएम भजनलाल शर्मा ने मना लिया है. सीएम भजनलाल शर्मा से बातचीत के बाद नरेंद्र मीणा ने कहा कि वह पूरी मेहनत से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को सलूंबर सीट से जीत दिलाएंगे. हालांकि भजनलाल शर्मा ने नरेंद्र मीणा को किस बात पर राजी किया इसके बारे में जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन नरेंद्र मीणा के बयान से साफ है कि वह बीजेपी प्रत्याशी को अपना सपोर्ट देंगे.

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2023 विधानसभा चुनाव में भी कटा था नरेंद्र मीणा का टिकट

बताया जाता है कि नरेंद्र मीणा पिछले तीन विधानसभा चुनाव से बीजेपी पार्टी में काफी एक्टिव हैं. साल 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने सलूंबर विधानसभा सीट पर अपनी उम्मीदवार होने की दावेदारी की थी. लेकिन उस वक्त भी नरेंद्र मीणा का टिकट काटकर अमृलाल मीणा को टिकट दिया गया. हालांकि अमृतलाल मीणा की सलूंबर सीट पर जीत हुई. उस वक्त भी नरेंद्र मीणा ने अंदरूनी विरोध जताया था. लेकिन उन्हें पार्टी पदाधिकारियों ने समझाया इसके बाद वह पीछे हट गए थे. वहीं अमृतलाल मीणा की निधन के बाद उन्हें पूरी उम्मीद थी की उन्हें टिकट दिया जाएगा. लेकिन एक बार फिर बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया और सहानुभूति फैक्टर को देखते हुए अमृतलाल मीणा की पत्नी शांति मीणा को टिकट दिया गया.

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