Rajasthan News: फोन टैपिंग को लेकर जारी पॉलिटिक्स के बीच किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) के एक बयान से राजस्थान में बड़ा सियासी बवंडर आने वाला है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मेरे एनकाउंटर की तैयारी थी. उस समय दो विधायकों के एनकाउंटर के आदेश दिए गए थे. भैरोसिंह शेखावत ने हमें बुलाकर इस साजिश की जानकारी दी. किरोड़ी लाल मीणा के इस बायन पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पायलट ने कहा कि भाजपा ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान दे रही है. भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि वह इस बयान से सहमत है या नहीं.
गोपाल शर्मा ने किया बड़ा दावा
दरअसल, बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि किरोड़ी लाल जी साधारण व्यक्ति नहीं हैं. कांग्रेस ने उनको पीट-पीटकर ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि वह करवट भी नहीं बदल सकते हैं. किरोड़ी लाल जानते हैं, मैं भी गवाह हूं कि किरोड़ी लाल जी का तो कांग्रेस सरकार एनकाउंटर करना चाहती थी. मैं प्रमाण के साथ कह रहा हूं, एनकाउंटर करना चाहती थी. आप किरोड़ी लाल जी से पूछिए.
भारतीय जनता पार्टी के भैरोंसिंह शेखावत के सशक्त नेतृत्व के कारण यह साहस नहीं हो सका. किरोड़ी लाल जी से ये पूछा जाए कि क्या कांग्रेस उनका एनकाउंटर करना चाहती थी कि नहीं. क्या उनके लोगों पर गोलियां चली कि नहीं. क्या सारे बीजेपी के विधायकों ने थाने पर जाकर बैठकर उनकी रक्षा की कि नहीं.
बीजेपी विधायक के बयान पर किरोड़ी ने भरी हामी
गोपाल शर्मा के इस दावे पर खुद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रतिक्रिया देते हुए बड़ा खुलासा किया है. डॉ. मीणा ने कहा कि गोपाल शर्मा ने सही कहा कि मेरे एनकाउंटर की तैयारी थी. उस समय दो विधायकों के एनकाउंटर के आदेश दिए गए थे. उस मैं महुआ से और हरीश शर्मा खानपुर से विधायक थे. उस दौरान जनता के मुद्दों को लेकर हम आंदोलन कर रहे थे. भैरोंसिंह शेखावत ने हमें बुलाकर इस साजिश की जानकारी दी और डीआईजी सिक्योरिटी को चेतावनी भी दी थी. उन्होंने जल्द ही इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की घोषणा की है.
किरोड़ी की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने तूल पकड़ सकता मामला
किरोड़ी लाल मीणा और गोपाल शर्मा के इस दावे के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि दोनों पूर्व मुख्यमंत्री अब इस दुनिया में नहीं हैं. ऐसे में भाजपा ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान दे रही है. भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि वह इस बयान से सहमत है या नहीं. अगर नहीं, तो विधायक को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. माना जा रहा है कि किरोड़ी लाल मीणा की पत्रकार वार्ता के बाद यह मामला और तूल पकड़ सकता है.