Rajasthan Heat Wave Effects: राजस्थान इन दिनों प्रचंड गर्मी के दौर से गुजर रहा है. प्रदेश के कई जिलों में पारा 48 से 50 तक पहुंच चुका है. बूंदी जिला भी भट्टी की तरह तप रहा है. शहर के सर्किट हाउस रोड पर टेंपरेचर वाली वॉच में शहर का तापमान 50 डिग्री तक पहुंच चुका है. अधिक तापमान के चलते जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है. इस बीच संभावित लू और हीटस्ट्रोक मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार को बूंदी अस्पताल में अलग-अलग इलाकों से 7 लोगों के शव पहुंचने से प्रशासन में हड़कंप मच गया.
डॉक्टरों ने कहा हीट स्ट्रोक नहीं हुई मौत
यह सभी मरीज उल्टी दस्त, बुखार के शिकार थे. जैसे ही उनकी तबीयत बिगड़ी तो परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां एक-एक कर इन मरीजों ने दम तोड़ दिया. खास बात यह है कि मरने वाले अधिकतर लोग बुजुर्ग हैं. 7 मौत होने के बाद डॉक्टरों का कहना है कि मृतकों का बॉडी टेंपरेचर सामान्य से अधिक था और हीट स्ट्रोक से मौत की बात से इनकार नहीं किया जा सकता. वहीं बूंदी प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने बूंदी में हुई गर्मी से मौत होने के मामले को इनकार करते हुए बताया कि अभी तक एक भी मौत नहीं हुई है, जो संदिग्ध मरीज है उनके पोस्टमार्टम करवाए गए हैं रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.
तीन दिनों के भीतर 12 लोगों की मौत
परिजनों का कहना है कि पिछले दो दिनों से मरीजों को उल्टी दस्त और बुखार की शिकायत थी. अस्पताल में डॉक्टरों को दिखाने पर पता लगा कि इन्हें लू लग गई है और टेंपरेचर अधिक होने से इन्हें ठंडी हवा में रखना होगा. लेकिन गर्मी के कारण तबीयत सही नहीं हुई. अस्पताल ले जाने पर मौत हो गई है. फिलहाल प्रशासन जांच में जुटा हुआ है. बूंदी में पिछले तीन दिनों के भीतर 12 लोगों की मौत हुई है. हालांकि प्रशासन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहेगा.
डॉक्टर ऋषि कच्छावा व धनराज मीणा ने बताया कि ट्रॉमा वार्ड में ड्यूटी के दौरान 7 लोगों की मौत हुई है. मरने वाले 7 लोगों में माटुंदा गांव निवासी पुष्पा बाई 70 वर्षीय, हीरालाल निवासी गुड़ानाथवतन, 70 वर्षीय सोहनलाल निवासी ओवन, 60 वर्षीय राम मूर्ति बंसी, 64 वर्षीय परमेश्वर 31 वर्षीय जो छत्तीसगढ़ का निवासी है, इसी प्रकार गेण्डोली निवासी रमेश चंद चित्तोड़ा 57 वर्ष, गेण्डोली निवासी दाई माई की मौत हो गई. यह सभी मरीज अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं, पूछताछ में पता चला कि सभी को पिछले दो दिनों से उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित थे .अचानक से उनकी तबीयत बिगड़ने से उन्हें अस्पताल लाया गया जहां उनकी मौत हो गई. मौत का कारण स्पष्ट नहीं है,हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है हाई टेंपरेचर के चलते उनकी मौत हुई है क्योंकि मौत के वक्त बॉडी का टेंपरेचर अधिक था. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही असल वजह सामने आएगी.
परिजन बोले, गर्मी से थे पीडि़त
मृतकों के परिजनों ने बताया, दो दिन पहले परिजन की तबीयत खराब हो गई जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टर ने बताया कि गर्मी और लू लग जाने के चलते इन्हें उल्टी, दस्त बुखार से पीड़ित है, लेकिन इलाज लेने के बावजूद भी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ. शरीर भट्टी की तरह तप रहा था. मृतक के परिजन बताया कि डॉक्टरों ने लू लगने की के बाद उसकी मां पुष्पा बाई से कूलर में आराम करने के लिए कहा, लेकिन उनके घर में कूलर नहीं था और पंखे के सहारे ही गुजर बसर हो रहा था. पंखा गर्मी के कारण गर्म हवा दे रहा है जिसके चलते उसके मां की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ और उनकी मौत हो गई.
3 दिनों के भीतर 12 लोगो की मौत से हड़कंप
बूंदी जिले में पिछले तीन दिनों के भीतर 12 लोगों की मौत से हड़कम मचा हुआ है. आज अस्पताल में एक साथ 7 लोगों की मौत हुई है. पिछले 10 दिनों में 17 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें एक पुलिसकर्मी, एक मनरेगा कर्मी भी शामिल है. बूंदी जिला अस्पताल में लगातार गर्मी और लू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. अस्पताल प्रशासन ने लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए लू-तापघात वार्ड की स्थापना कर वहां मरीजों को भर्ती किया जा रहा है.
बूंदी में मौसम विभाग का रेड अलर्ट, ट्रांसफार्मरों के ऊपर लगाए बड़े-बड़े कूलर
बूंदी सहित 1 दर्जन से अधिक जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया. जिले का तापमान 48 डिग्री पहुंच गया है. जिसके चलते सड़कों पर आग बरस रही है. आमजन को राहत देने के लिए जिला प्रशासन सड़को पर दमकलों के माध्यम से पानी का छिड़काव करवा रही है ताकि सड़क पर चलने वाले लोगों को राहत मिल सके. बूंदी नगर परिषद की दमकलों ने सड़कों पर हजारों लीटर पानी का छिड़काव किया है. उधर विद्युत विभाग ने भी ट्रांसफार्मर को ठंडा रखने के लिए बड़े-बड़े कूलर लगाए है ताकि गर्मी के चलते आग न लगे ना ही ट्रांसफार्मर फेल होने की घटनाएं घटित हो.
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