देशभर में अभी भी बंधुआ मजदूरी के लिए जरिए लोगों को शोषण हो रहा है. केवल दो वक्त की रोटी के अलावा मजदूरों को कुछ नहीं दिया जाता है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के बारां जिले में सामने आया है. जहां पर एक शख्स को 25 साल तक बंधुआ मजदूर बनाकर रखा गया. जब उसने पैसे मांगे तो लोगों ने पिटाई कर दी और उसकी याददाश्त चली गई.
आज तक नहीं दी तनख्वाह
बारां जिले के मोयथा गांव के रहने वाले भंवरकलां कुशवाह ने बताया कि मेरे ताउजी जानकीलाल 25 साल से रविंद्र सिंह उर्फ सोनू के यहां काम करते थे. लेकिन उन लोगों ने आज तक एक भी रुपये की तनख्वाह नहीं दी. यहां तक ढंग के कपड़े भी पहनने को नहीं देते.
पेंशन का पैसा भी ले लेते
शिकायतकर्ता ने कहा कि मेरे ताउजी की उम्र 75 साल हो गई. उन्हें 1000 रुपये हर महीने पेंशन के रूप में मिलती थी. उसे भी वे लोग जबरदस्ती ले लेते थे. मेरे ताउजी को आंखों से दिखना बंद हो गया, तो वे लोग मेरे ताउजी को उनके घर पटक गए. ताउजी ने जब पैसे मांगे तो उन लोगों ने लात-घूंसों से मारपीट भी कर दी.
पिटाई के बाद याददाश्त गई
पिटाई से ताउ की याददाश्त चली गई और चलना-फिरना भी बंद हो गया. उनकी हालत खराब है. किशनगंज थाने में पहले भी रिपोर्ट दर्ज करा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. वे लोग जान से मारने की धमकी भी देते हैं. हिन्दू जागरण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश खुराना ने आईजी, एसपी व जिला कलेक्टर को परिवाद प्रेषित कर इन व्यक्तियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
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