शहीद कमांडेंट की पत्नी ने पीएम से की बड़ी अपील, कहा- जब भी आतंकी हमले होते हैं... जख्म हरा हो जाता है

राजस्थान के कोटा जिले की वीरांगना बबीता शर्मा ने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की मांग उठाई है. उन्होंने प्रधानमंत् मोदी को पत्र लिखकर आतंकवाद और उसे पालने वाले देशों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की गुहार लगा रही हैं.

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वीरांगना बबीता शर्मा.

Rajasthan News: पाकिस्तान और आतंकवाद को सबक सिखाने वाला ऑपरेशन सिंदूर लगातार जारी है. देश की वीरांगनाएं अब सरकार से मांग कर रही है कि वक्त आ गया है आतंकवाद को जड़ से खत्म कर दिया जाए. इसी बीच राजस्थान में कोटा जिले की वीरांगना बबीता शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि आतंकी हमलों ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं. बबीता ने पीएम को पत्र लिखकर मांग की है कि आतंकवाद और उसे पालने वाले देशों को सबक सिखाया जाए.  

1996 में शाहिद हो गए थे पति 

साल 1996 में श्रीनगर में आतंकियों के लिए खौफ बने कमांडेंट शुभाष शर्मा शहीद हो गए थे. बबीता ने बताया कि उस वक्त कश्मीर में हालात बहुत खराब थे. बड़े आतंकियों को छोड़ने का दबाव बनाया जाता था, लेकिन शुभाष शर्मा ने कभी हिम्मत नहीं हारी. उनकी शहादत के बाद भी बबीता ने हार नहीं मानी और अपने बेटे को देश सेवा के लिए तैयार किया.  

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बेटे को बनाया मेजर, दिखाई हिम्मत

बबीता शर्मा ने अपने इकलौते बेटे को सेना में भेजकर देश के प्रति अपनी निष्ठा दिखाई. आज उनका बेटा मेजर के पद पर तैनात है और सीमा पर देश की रक्षा कर रहा है. बबीता कहती हैं कि आतंकी हमले उनके जख्मों को हरा कर देते हैं, लेकिन बेटे की बहादुरी पर उन्हें गर्व है.  

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ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया. बबीता ने इस कार्रवाई की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि मौजूदा नेतृत्व बहुत मजबूत है. पहले सेना मजबूत थी, लेकिन नेतृत्व कमजोर हुआ करता था. अब समय है कि आतंकियों को कड़ा सबक सिखाया जाए.

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