Bulldozer Action: राजस्थान सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत के बयान के बाद बिजयनगर में प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण और कोयले की भट्टियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. सोमवार को बुलडोजर से कोयले की भट्टियों को ध्वस्त कर दिया गया. एसडीएम कुलदीप सिंह शेखावत और तहसीलदार रामकिशोर जांगिड़ के नेतृत्व में कार्रवाई हुई.
10 कोयले की अवैध भट्टियों को हटाया गया
बिजयनगर में लंबे समय से संचालित करीब 10 अवैध कोयले की भट्टियों को हटाया गया. पालिका प्रशासन ने रेलवे लाइन के पास स्थित कब्रिस्तान के पीछे सरकारी भूमि पर किए गए अतिक्रमण को भी हटाने की कार्रवाई की. इस दौरान टीन शेड और अन्य सामग्री जब्त कर ली गई. पालिका अधिशासी अधिकारी प्रताप सिंह और कनिष्ठ अभियंता दीपेंद्र सिंह शेखावत भी कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे. प्रशासन की इस सख्ती से क्षेत्र में हड़कंप मच गया, लेकिन सरकार ने यह साफ कर दिया कि अवैध कब्जे और अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मंत्री ने अवैध अतिक्रमण हटाने के दिए थे निर्देश
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत रविवार (2 मार्च) रात बिजयनगर पहुंचे थे. उन्होंने स्थानीय विधायक वीरेंद्र कानावत और पुलिस प्रशासन से नाबालिग बच्चों के साथ हुई अप्रिय घटना की जानकारी ली थी. इसके बाद उन्होंने कहा था कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. गहलोत ने कहा कि बिजयनगर पालिका ने आरोपियों को उनकी संपत्तियों की जानकारी देने के लिए नोटिस जारी किए थे. दस दिन के बाद किसी ने पट्टा तो किसी ने अपनी संपत्ति वक्फ में दर्ज होने की बात बताई. इस पर मंत्री गहलोत ने प्रशासन को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार के दबाव में आए बिना निष्पक्ष कार्रवाई करें. इसके साथ ही उन्होंने बिजयनगर में अवैध अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई करने निर्देश दिए थे, जिससे प्रशासन ने कोयले की अवैध भट्टियों और अन्य अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाकर कार्रवाई को अंजाम दिया.
आज नागोला गांव पूरी तरह से बंद
नाबालिग लड़कियों को ब्लैकमेल करने का मामला तूल पकड़ लिया है. इसके विरोध में आज (4 मार्च) भिनाय ब्लॉक का नागोला गांव बंद रहेगा. हालांकि, इस प्रकरण में पुलिस ने अब तक कोई बड़ा खुलासा नहीं किया है, जिससे लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है. गांव के लोग प्रशासन से जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने और कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन, पुलिस की जांच किस दिशा में आगे बढ़ रही है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है. स्थानीय लोग इस मामले में त्वरित कार्रवाई और न्याय की मांग कर रहे हैं.
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