जयपुर में जेडीए ने अवैध निर्माण पर कार्रवाई शुरू कर दी है. जेडीए ने 700 अवैध दुकान और मकानों को अवैध बताते हुए नोटिस जारी किया था. लगभग 100 से अधिक अतिक्रमणकारियों ने खुद ही अवैध निर्माण हटाना शुरू कर दिया है. कई दिनों से अतिक्रमण की कार्रवाई रोकने की मांग की जा रही है.पहले दिन 120 निर्माण हटाए जाएंगे. कार्रवाई 7 दिनों तक चलेगी.
कार्रवाई के दौरान व्यापारियों ने नहीं किया विरोध
स्थानीय व्यापारी कई दिनों से दिन में तीन घंटे तक बाजार बंद रखकर विरोध जता रहे थे. मुख्यमंत्री तक कार्रवाई रोकने की गुहार लगाई गई. इसके बाद भी उन्हें राहत नहीं मिली. आशंका थी कि व्यापारियों का विरोध देखना पड़ेगा लेकिन, कार्रवाई शुरू होने के बाद ऐसा कुछ नहीं हुआ. करीब ढाई सौ पुलिसकर्मी तैनात हैं.
जेडीए की कार्रवाई के दौरान शख्स पर गिरा पोल
मानसरोवर जोन में जेडीए की कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति घायल हो गया. उसके ऊपर रेड लाइट का पोल गिर गया. आज मेट्रो स्टेशन से रजत पथ तक बुलडोजर चल रहा है. कार्रवाई से पहले जेडीए ने लोगों को समझाया. प्रवर्तन अधिकारी त्रिभुवन वशिष्ठ ने व्यापारियों से बातचीत करके समझाया.
राजस्थान हाई कोर्ट का 700 अतिक्रमणों को हटाने का आदेश
राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) के आदेश पर जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (JDA) आज मानसरोवर मेट्रो स्टेशन से रजत पथ तक 700 अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई करेगा. न्यू सांगानेर रोड को 200 फीट चौड़ा करने के लिए बुधवार सुबह 10 बजे यह बुलडोजर कार्रवाई शुरू होगी, जो देर शाम तक चलेगी. मानसरोवर एरिया में इस महीने की जाने वाले यह दूसरी बड़ी बुलडोजर कार्रवाई होगी. इससे पहले जेडीए ने हीरापथ न्यू सांगानेर रोड से वंदेमातरम तक 250 अवैध निर्माण ध्वस्त किए थे.
जेडीए की कार्रवाई से व्यापारियों में आक्रोश
जेडीए की होने वाली इस कार्रवाई से व्यापारी आक्रोशित हैं. उनका कहना है कि यहां साढ़े 6 किलोमीटर रोड पर 700 दुकानें है. जेडीए ने हमें महज 5 दिन का समय दिया है, जो काफी कम है. किरायेदारों को भी घर खाली करने में समय लगता है. हम तो यहां 30-40 साल से व्यापार कर रहे हैं. तुरंत कहां जाएंगे. व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमें समय दिया जाए और मुआवजे का भी प्रावधान किया जाए. बीआरटीसी को हटा दिया जाए तो सड़क चौड़ी हो जाएगी. हालांकि सुबह कुछ लोग जेडीए की कार्रवाई से पहले स्वयं ही अतिक्रमण हटाते हुए नजर आ रहे हैं.
यह भी पढ़ें: स्पीकर के तौर पर मोदी की पहली पसंद ओम बिरला? जानें उनका पूरा राजनैतिक सफर