रामगढ़ विषधारी टाइगर रिज़र्व से सटे गांवों में विस्थापन जारी, 34 परिवारों ने छोड़ा घर

Bundi News: गुलखेड़ी गांव के सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, कुल 215 परिवारों पुनर्वासन होना है. इनमें से 118 परिवारों का विस्थापन पूर्व में ही पूरा हो चुका था. 

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Ramgarh Visdhari Tiger Reserve Bundi: बूंदी में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिज़र्व के कोर क्षेत्र से बस्तियों को हटाने की प्रक्रिया को लगातार आगे बढ़ रही है. गुलखेड़ी गांव के 34 परिवारों का स्वैच्छिक विस्थापन पूरा करते हुए वन विभाग ने उनके आवासों को नियमानुसार हटाया और भूमि को मुक्त कराया. जानकारी के अनुसार, विस्थापित सभी परिवारों को 15 लाख रुपये का पुनर्वासन पैकेज उपलब्ध कराया गया है. ये परिवार पिछले कई वर्षों से कोर क्षेत्र की 150–200 बीघा भूमि पर कृषि कर रहे थे. अब क्षेत्र को पूरी तरह खाली कर वन विभाग को सौंप दिया गया है. यह अभियान मुख्य वन संरक्षक सुगना राम जाट के निर्देश पर भारी पुलिस और वन अमले की मौजूदगी में संपन्न हुआ.

वन्यजीवों के लिए बनेगा सुरक्षित आवास

इस कार्रवाई से रिज़र्व के कोर क्षेत्र में मानव गतिविधियों का दबाव कम होगा और वन्यजीवों के लिए प्राकृतिक और सुरक्षित आवास बनेगा. गुलखेड़ी गांव के सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण में 215 परिवार पुनर्वासन योग्य पाए गए थे. कुल 193 परिवार पुनर्वासन योजना के पक्ष में आए, जबकि 118 परिवारों का विस्थापन पूर्व में ही पूरा हो चुका था. 

रिजर्व क्षेत्र में संरक्षण के लिहाज से उठाया गया कदम

बुधवार को 34 और परिवारों के हटने के बाद पुनर्वासन प्रक्रिया एक अहम चरण पर पहुंच गई है. शेष परिवारों को भी जल्द विस्थापित करने की तैयारी की जा रही है. वन विभाग का कहना है कि बाघ, तेंदुआ, स्लॉथ भालू और अन्य प्रजातियों की आवाजाही अब और बेहतर होगी. जैव विविधता को बढ़ावा मिलेगा और रिज़र्व क्षेत्र और भी संरक्षित स्थिति में आएगा.

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