Rajasthan News: बूंदी जिले के हिंडोली इलाके में ईमित्र संचालक के साथ हुई 5 लाख की लूट मामले में बूंदी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. ईमित्र संचालक ने उधारी का पैसा चुकाने के लिए लूट का षड्यंत्र रचा था. संचालक ने बड़ोदिया के एक ग्राम विकास अधिकारी नितिन शर्मा की सहायता से लूट की कहानी रची और बैंक से निकल गए 5 लाख रुपये के बैग को ले जाते समय झूठी लूट करवाई. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तकनीकी अनुसंधान कर मामले का पर्दाफाश किया.
पुलिस ने संचालक से पूछताछ की तो उसने झूठी लूट की कहानी को कबूली. पुलिस ने मामले में ग्राम सेवक सहित तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार ग्राम विकास अधिकारी ने कुछ दिन पहले जयपुर से एक युवती का अपहरण किया था, जिसमें ईमित्र संचालक हरि सिंह सहित एक अन्य आरोपी था.
क्या है पूरा मामला
एसपी हनुमान प्रसाद मीना ने बताया कि 10 जून को मोबाईल सूचना मिली कि पीड़ित हरिसिंह के साथ गुढा गोकुलपुरा एनीकट के पास अज्ञात व्यक्तिओं द्वारा आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर लूट की घटना हुई. पीड़ित हरिसिंह मीना ने बताया कि उसकी बीओबी बैंक बीसी है, जहां वह लोगों को पैसे देने का काम करता है. हरिसिंह ने हिण्डोली बीओबी बैंक से 5 लाख रुपये निकालकर बैग में रखकर बाइक से वापस आ रहा था.
ब्राम्हणों की झोपड़िया से गोकुलपुर होते हुए नदी पार की तो बीच रास्ते में पीछे से गाड़ी में उनके ऊपर आरोपियों ने मिर्ची फेक दी व पेट्रोल डाला और धक्का देकर खाई में गिरा दिया. साथ ही बैग में रखे पैसे ले गये. पीड़ित के जोर-जोर से चिल्लाने पर आस-पास के लोगों ने खाई से निकालकर उसकी आंखों पर पानी डाला और घी लगाया. बाद में एम्बुलेंस में हिण्डोली अस्पताल ले गए.
पहले भी दर्ज है अपहरण और रेप के मामले
एसपी हनुमान प्रसाद मीना ने बताया कि आरोपी हरिसिंह मीना बी.सी. का कार्यकर्ता है. ई-मित्र संचालक देवराज व ग्राम विकास अधिकारी नितिन शर्मा तीनों आपस में मित्र है. आरोपी द्वारा फोर व्हीलर की किश्त बकाया होने और अन्य लोगों को कर्ज का भुगतान किया जाना था. पहले भी पीड़ित के साथी नितिन शर्मा ग्राम विकास अधिकारी द्वारा जयपुर से एक लड़की को भगा कर ले जाने पर नितिन शर्मा ग्राम विकास अधिकारी, ई-मित्र संचालक देवराज एवं पीड़ित हरिसिंह के विरूद्व थाना शीप्रा पथ मानसरोवर जयपुर में अपहरण व बलात्कार का प्रकरण दर्ज है.
ऐसे रची गई लूट की साजिश
इसी मामले में पीड़ित लड़की के परिजनों का हिण्डोली आने का कार्यकम था, जिस पर तीनों साथियों ने मिलकर पीड़िता के परिजनों को फंसाने के लिए साजिश रची. लेकिन किसी वजह से जयपुर से पीड़िता के परिजन नहीं आ सकें. पीड़ित हरिसिंह द्वारा बैंक से पैसे निकालकर अपने साथी ई मित्र संचालक देवराज मीना को रास्ते में दे दी. ई मित्र संचालक द्वारा एक दिन पहले मिर्ची पाउडर व पेट्रोल पम्प से बोतल में पेट्रोल खरीदा व अपने बैग में रखकर सुनसान जगह पहुंच कर लूट की घटना होना बताया.
पीड़ित द्वारा तीसरे दिन अपने साथी से कथित लूट के पैसे घर जाकर ले लिए. जिसमें से 1,50000 रूपये लोगों के बकाया चुका दिए और 3,85000 रूपये अपने साथी नितिन शर्मा ग्राम विकास अधिकारी को दे दिए. नितिन शर्मा ग्राम विकास अधिकारी से पैसे जब्त कर लिए गए हैं.